November 15, 2024

बी.एस.एन.एल. पर अश्लील मैसेज को प्रधानमंत्री ने गंभीरता से लिया

रतलाम 29 सितम्बर(इ खबरटुडे)।बी.एस.एन.एल. मोबाईल उपभोक्ताओं को भेजे जा रहे अश्लील सामग्री मैसेज पर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रदेश सह संयोजक डॉ. राजेश शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ध्यान दिलाया। उन्होने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले में कार्यवाही के लिए सचिव, दुरसंचार विभाग को लिखा है।

उपक्रम के माध्यम से प्रचार-प्रसार खेदजनक होकर दुर्भाग्यपूर्ण है

इस सन्दर्भ में डॉ. शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को लिखे पत्र का हवाला देते हुए बताया पिछले काफी समय से यह देखने में आ रहा है केन्द्र सरकार के अधीन भारत संचार निगम लि. (बी.एस.एन.एल.) मोबाईल फोन पर अश्लीलता परोसी जा रही है। मोबाईल उपभोक्ताओं को एस.एम.एस. के माध्यम से अश्लील चित्रों से जुड़ी वेबसाईट पर विजिट करने का संदेश दिया जाता है। जिससें समाज में अश्लीलता और आपत्तिजनक वेबसाईट/सामग्री का सरकारी उपक्रम के माध्यम से प्रचार-प्रसार खेदजनक होकर दुर्भाग्यपूर्ण है।

इस तरह के सन्देश को प्रतिबंधित किया जाना बेहद जरूरी
उन्होने बताया इस सन्दर्भ में महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि व्यवसायिकता के दौर में टेलीकाम कम्पनियों में छिड़े टैरिफ प्लान-वार के चलते इस तरह के साफ्टवेयर तैयार किए गए है कि कोई भी कंपनी किसी अन्य कंपनी के मोबाईल उपभोक्ताओं को एस.एम.एस. कर सकती है। इसी क्रम में कतिपय कम्पनियां बी.एस.एन.एल. सेल उपभोक्ताओं के सेल नम्बरो का उपयोग उपरोक्त सन्दर्भ में कर रही है। जिससे बी.एस.एन.एल. अश्लील वेबसाईट अथवा आपत्तिजनक चित्रांे के प्रचार-प्रसार का जरिया बन गया है। सरकारी उपक्रम पर इस तरह के सन्देश को प्रतिबंधित किया जाना बेहद जरूरी है।
डॉ. शर्मा ने कहा सर्वविदित है कि आज समाज में 90 प्रतिशत फिसदी किशोर एवं तरूणाई मोबाईल फोन का उपयोग करते है। ऐसे में बी.एस.एन.एल. के माध्यम से मोबाईल उपभोक्ताओं को भेजे जाने वाले आपत्तिजनक एस.एम.एस. को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को शासन की कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर केन्द्रित कार्यक्रमों की जानकारी देने वाले एस.एम.एस. सरकारी उपक्रम बी.एस.एन.एल के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा प्रचारित व प्रसारित किए जाए। डॉ. शर्मा के इस सुझाव पर सहमति व्यक्त करते हुए सचिव, दुरसंचार विभाग, नई दिल्ली को कार्यवाही के लिए लिखा है। इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री कार्यालय के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नं. पर अपडेट करते हुए संवेदनशीलता का परिचय दिया गया है।

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