November 24, 2024

बिना शिक्षा प्रगति नहीं -गेहलोत

शिक्षा संस्कार देती हैं, विचार देती हैं -जैन

रतलाम,19 जून(इ खबरटुडे)। शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आलोट में जिला स्तरीय कार्यक्रम अंतर्गत सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत स्कूल चले हम द्वितीय चरण के प्रवेशोत्सव चरण का शुभारम्भ केन्द्रीय मंत्री सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार ने ध्वजारोहण कर किया। मौके पर केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत ने कहा कि विश्व में जिन देशों में साक्षरता दर अधिक हैं वहा विकास की दर तीव्र है। भारत के कुछ राज्य जैसे गोवा, केरल आदि में साक्षरता दर अच्छी है। भारतीय संविधान के नीति निदेशक तत्वों में 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिये निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान किया गया था। इसे अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रीत्व काल में अमलीजामा पहनाने का कार्य प्रारम्भ किया गया। जिसे बाद की सरकारों के द्वारा लागू किया गया। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा प्रदान करने के तीन चरण, पहला चरण भारत सरकार, द्वितीय चरण राज्य सरकार एवं तीसरा चरण बच्चों के पालकगण है। इन तीनों चरणों में पालकों की भूमिका सबसे खास है। केन्द्रीय मंत्री ने अपना पुराना अनुभव बताते हुए कहा कि जब वे विधायक बने तब 21 दिसम्बर 1991 में उन्होने 11 दिन साक्षरता के प्रचार-प्रसार के लिये 85-90 गॉवों की यात्रा की थी। इस प्रकार साक्षरता की दर बढ़ाने के लिये कठोर परिश्रम करने की आवश्यकता होगी। इसके लिये सभी सामाजिक संगठनों, पत्रकार बंधुओं, पालकगण को सहयोग प्रदान करना होगा। उन्होने कहा कि भारत सरकार द्वारा मुख्य धारा से वंचित विद्यार्थियों को स्कालर शीप प्रदान की जा रही है। सरकार ने स्कालर शीप के लिये निर्धारित आय सीमा को समय-समय पर बढ़ाया है। सरकार द्वारा टापर विद्यार्थियों को अवार्ड भी प्रदान किये जा रहे है। उन्होने भारत को शिक्षित करने का आह्वान करते हुए कि सभी के सहयोग से भारत में सब को शिक्षित कर भारत को विश्व गुरू के रूप में पहचान दिलायी जायेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल शिक्षा एवं प्रभारी मंत्री पारसचंद्र जैन ने कहा कि प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिये किताबे, भोजन, आने जाने के लिये साईकिले, निवास के लिये आवासीय छात्रावास जैसी अनेक सुविधाएॅ निःशुल्क प्रदान की है। उन्होने रूक जाना नहीं योजना, प्रेरक योजना, उपहार योजना, प्रतिभा पर्व, मुख्यमंत्री शाला ज्योति योजना आदि के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री शाला ज्योति योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा आगामी समय में एक लाख से ज्यादा स्कूलों में विद्युत व्यवस्था प्रारम्भ किये जाने के बारे में बतलाया। प्रतिभा पर्व के अंतर्गत 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लेपटाप बाटे जाने की योजना के बारे में बताया। उपहार योजना के अंतर्गत जो दानदाता विद्यालयों को जमीन देना चाहते हैं वे जमीन दे सकेगे एवं स्कूल के लिये जमीन दान देने वाले व्यक्ति का नाम स्कूल भवन पर अंकित कराया जायेगा। प्रेरक योजना में दूरभाष क्रंमाक 0755-2570000 नम्बर डायल कर अप्रवेशी बच्चों को विद्यालय में प्रवेश कराने हेतु प्रेरक बन सकते है। रूक जाना नहीं योजना में जो विद्यार्थी 10 या 12 की परीक्षा में फैल हो गये हैं वे विद्यार्थी अपना साल बचाकर इस साल फैले हुए विषयों में इस योजना के तहत परीक्षा देकर अपना साल बचा सकते है। इस प्रकार विद्यार्थी अपनी शिक्षा आसानी से पुरी कर सकते है।
मौके पर उपस्थित विधायक नागदा को श्रेष्ट विधायक का पुरूस्कार मिलने पर केन्द्रीय मंत्री पारसचंद्र जैन द्वारा शुभ कामनाएॅ दी गई। केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत द्वारा उज्जैन में दिव्यांगों के लिये कृत्रिम अंगो का कारखाना खुलवाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने शिक्षकों को सम्बोधित कर कहा कि शिक्षक समय पर आये और समय पर विद्यार्थियों को पढ़ाये, स्कूल चले अभियान के मूल ‘‘बच्चों को स्कूल में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिलना’’ के लक्ष्य को प्राप्त करें।
कार्यक्रम में विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने मौके पर मुख्यमंत्रीजी का संदेश पढ़ कर सुनाया एवं स्कूल चले अभियान के विषय में विस्तार से बताया। उन्होने गुलबालोद एवं जंगली लसुडि़या में हाई स्कूल प्रारम्भ कराने के लिये माननीय मंत्री स्कूल शिक्षा एवं प्रभारी मंत्री को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में नव प्रवेशी बच्चों को सम्मान कर पाठ्य पुस्तके प्रदान की गई एवं अभियान के शुभारम्भ अवसर पर स्ट्रीकर का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में विधायक महिदपुर, कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर, पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत प्रमेश मईड़ा, मण्डल अध्यक्ष एवं विभिन्न जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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