बिजली विभाग का कारनामा,घरेलू बिजली कनेक्शन में दो लाख रु. से ज्यादा का बिल
रतलाम,23 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। त्यौहार के दिनों में कई बार बिजली गुल कर नागरिकों को झटका देने वाले बिजली विभाग में लापरवाही अपने चरम पर है। हाल ही में बिजली विभाग का नया कारनामा सामने आया है। बिजली विभाग ने घरेलू कनेक्शन वाले एक उपभोक्ता को दो लाख रु.से अधिक का बिल थमा दिया है। उपभोक्ता हैरान है कि बिल कैसे चुकाए?
कस्तूरबा नगर विद्या विहार कालोनी निवासी श्रीमती सोनाबाई तब हैरान रह गई जब उनके यहां बिजली का बिल पंहुचा। उनका बिजली बिल दो लाख एक हजार चार सौ अडसठ रु.(2,01,468 रु.)का था। मजेदार बात यह है कि श्रीमती सोनाबाई को दिए गए बिजली बिल में सितम्बर माह की बिजली खपत शून्य दिखाई गई है। शून्य खपत के बावजूद बिल की राशि दो लाख रु.से अधिक दर्शाई गई है। कम्प्यूटराईज्ड बिजली बिल में जहां बिजली की खपत शून्य दिखाई गई है,वहीं बिल की राशि के आधार पर बिल का दैनिक औसत छ: हजार सात सौ पन्द्रह रु.दिखाया गया है और बिल राशि के आधार पर औसत दैनिक खपत 781 यूनिट दिखाई गई है। इतनी बिजली की खपत सिंगल फेज के घरेलू कनेक्शन में संभव ही नहीं है। बिल जमा करने की अंतिम तिथी 25 अक्टूबर दी गई है। अब श्रीमती सोनाबाई इस चिंता में पडी है कि इतना बडा बिल वे कैसे चुका पाएंगी।
म.प्र.पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के शहर कार्यपालन यंत्री दथिची रेवडिया से जब इस बारे में सम्पर्क किया गया,तो उनका कहना था कि किसी तकनीकी गडबडी के चलते ऐसा हो गया होगा। उपभोक्ता द्वारा सम्पर्क किए जाने पर बिल की जांच करवाई जाएगी और वास्तविक राशि का आकलन कर लिया जाएगा। हांलाकि यह सवाल अनुत्तरित ही है कि कम्प्यूटराईज्ड व्यवस्था में इतनी बडी गलती कैसे हो सकती है?