प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना से मिलीेआवागमन की सुविधा
प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने किया ग्रामीण क्षेत्राें का दौरा,1.49 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण
रतलाम 6मई (इ खबरटुडे)। प्रदेश के वन एवं जिला प्रभारी मंत्री सरताज सिंह ने शनिवार को रतलाम जिले के सैलाना एवं बाजना क्षेत्र का भ्रमण कर ग्राम केलकच्छ में 79 लाख रूपए लागत से निर्मित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास तथा सरवन में 70 लाख रूपए लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण एवं मानपुरा में 4.80 लाख रूपए लागत से निर्माणाधीन स्टापडेम,सैलाना में 4.86 करोड़ रूपए लागत से तैयार होने वाली पेयजल योजना का शिलान्यास किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक प्रभुदयाल गेहलोत,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता जैन, जनपद पंचायत सैलाना अध्यक्ष श्रीमती इंदिरा खराडी,पूर्व विधायक जावरा डा.राजेन्द्र पाण्डे, पूर्व विधायक बाजना लाहलिंग देवदा, रतलाम विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार, श्रीमती संगीता चारेल एवं श्रीमती ान्ति जोशी सहित कलेक्टर राजेन्द्र शर्मा एवं सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डावर भी मौजूद थे।
इन अवसराें पर संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में गांव-गांव को सडकों से जोड़ने के लिए बनी प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के कारण ही आज प्रत्येक जिले के ग्रामीण क्षेत्राें में सडकाें का जाल बना है। इस कारण ही ग्रामीणाें को आवागमन की सुविधा सुलभ हुई हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रगतिशील विचाराें एवं कार्यों के कारण ही मध्यप्रदेश की छवि बीमारू राज्य से हटकर प्रगतिशील राज्य के रूप में रही है। उन्हाेंने कहा कि हमारा मध्यप्रदेश स्वर्णिम मध्यप्रदेश बन रहा है। उन्हाेंने ग्रामीणजनाें से कहा कि शासन की योजनाआें का लाभ प्राप्त कर अपना विकास करें। उन्हाेंने कहा कि सरकार की योजना के तहत बने कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में ग्रामीणजन अपनी बालिकाआें को अध्ययन के लिए भर्ती कराएं। ग्राम सरवन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लोकार्पण अवसर पर कहा कि परिसर के समतलीकरण एवं बाउण्ड्रीवॉल निर्माण कार्य भी प्राथमिकता से कराएंगे। उन्हाेंने निर्माण कार्य की प्रशंसा भी की। साथ ही प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्रीजी की घोषणा रिकार्ड समय में पूरी हुई है। उन्हाेंने आशा व्यक्त की कि स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण से दूरस्थ अंचल के ग्रामीणाें को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा। उन्हाेंने कहा कि चिकित्सीय स्टाफ ईमानदारी से कार्य करे तो क्षेत्र के मरीज निजी नर्सिंग होम की तरफ नहीं जाएंगे। सैलाना में पेयजल योजना का शिलान्यास करते हुए मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सैलाना शहर काफी छोटा है लेकिन इसने बडी-बडी उपलब्धियां हासिल की है।उन्हाेंने सैलाना के नागरिकाें एवं नगर परिषद को बधाई देते हुए कहा कि उनकी जागरूकता का ही परिणाम है कि सैलाना डस्टबिन रहित एवं खुले में शौच से मुक्त हुआ है। उन्हाेंने कहा कि वनाें का संरक्षण किया जाना अति आवश्यक है। वनाें के कारण ही पानी का संरक्षण होता है। वन नहीं होने के कारण नदियाें के स्त्रोत सूख गए हैं। उन्हाेंने वनाें के लिए जागरूक होने का आव्हान किया। उन्हाेंने कहा कि सरकार के भरोसे समग्र विकास नहीं हो सकता है इसमें जनता का सहयोग भी जरूरी है। उन्हाेंने कहा कि देश की आजादी जनता के परस्पर सहयोग के कारण ही प्राप्त हुई है और इसके लिए जनता ने बडी कीमत भी चुकाई है किन्तु आज की पीढ़ी में गैर जिम्मेदारी वाली भावना ज्यादा नजर आ रही है। अतएव आज की पीढ़ी में भी जवाबदेही की भावना जाग्रत करना जरूरी है। इसके साथ ही ग्राम केलकच्छ में मंत्री श्री सिंह ने तिरंदाजी प्रतियोगिता में प्रथम एवं द्वितीय स्थान तथा एथेलिटिक्स में स्थान अर्जित करने वाले छात्राें का सम्मान भी किया।
सैलाना में पेयजल आवर्धन योजना के शिलान्यास अवसर पर मौजूद प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्यमंत्री मनोहर ऊँटवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि सैलाना के लिए मुख्यमंत्रीजी द्वारा की गई घोषणा के पालन में सैलाना को 4 करोड़ 86 लाख रूपए की राशि सात माह में ही प्रदान कर दी गई है। इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में फर्क नहीं है। उन्हाेंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री पेयजल योजना बनाई गई है इसके तहत 250 करोड़ रूपए के बजट का प्रावधान रखा गया है। इस राशि से प्रदेश की 32 नगर परिषदाें में विकास का काम संचालित हो रहा है। उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में अधोसंरचना विकास के लिए भी योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत प्रस्तावित कार्यों के लिए 25 प्रतिशत राशि नगर परिषद को मिलानी होगी एवं शेष 75 प्रतिशत राशि राज्य शासन द्वारा दी जाएगी। इसी तरह खुले में शौच से मुक्ति के लिए भी राज्य सरकार द्वारा नगर परिषदाें में स्वच्छता कार्यम बनाया गया है। इसके तहत गरीबाें के यहां शौचालय निर्माण के लिए प्रस्तावित कार्य-योजना अनुसार 25 प्रतिशत राशि नगर परिषद को मिलाना होगी और शेष 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी। इससे शौचालय निर्माण के लिए गरीबाें से राशि लेने की आवश्यकता नहीं पडेगी। साथ ही उन्हाेंने कहा कि जून-2013 तक प्रदेश में सभी पंजीकृत हाथठेला चालकाें को ठेलागाडी मुहैया करा दी जाएगी। इसी तरह उन्हाेंने शासन की अन्य योजनाआें के बारे में भी बताया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक प्रभुदयाल गेहलोत ने क्षेत्रवासियाें को कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सैलाना की पेयजल योजना के रूप में मिली सौगात के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।उन्हाेंने ग्रामीणजनों से कहा कि वे छात्रावास में बालिकाआें को अध्ययन के लिए भेजें। शिक्षा के कारण ही व्यक्ति एवं क्षेत्र का विकास होता है। उन्हाेंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में विकास सतत् हो रहा है। उन्हाेंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यमाें में इस क्षेत्र के ग्रामीणाें की सर्वाधिक सहभागिता के कारण शासन द्वारा दिए गए लक्ष्याें की पूर्ति होती है। इन अवसराें पर पूर्व विधायक डा.राजेन्द्र पाण्डे ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सर्वहारा वर्ग के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार ने अनेकाें योजनाएं संचालित की हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता जैन ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कन्याआें के जन्म,शिक्षा,विवाह आदि के लिए योजनाएं संचालित कर ग्रामीणजनाें को सौगात दी है। सरवन में आयोजित कार्यम को डा.कपूर,डा.विजय चारेल,प्रदेश की जननी प्रकोष्ठ संयोजिका श्रीमती ान्ति जोशी ने भी संबोधित किया।
सैलाना में स्वागत उद्बोधन सीएमओ जीवनराय माथुर ने देते हुए कार्य योजना से अवगत कराया। सैलाना में पथ पर विय करने वाले हितग्राहियाें को पहचान पत्र तथा एक हितग्राही को राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना की राशि का वितरण किया गया। इस मौके पर एडीएम अमरसिंह बघेल, अनुविभागीय अधिकारी हिन्दूसिंह चुण्डावत सहित विभिन्न विभागाें के अधिकारीगण उपस्थित थे।