पोषण पुनर्वास केन्द्र की मदद से अति कुपोषित बालक जिगर चल पड़ा है सेहत की राह पर
रतलाम,22 मई (इ खबरटुडे)। शासन द्वारा चिकित्सालयों में स्थापित किए गए पोषण पुर्नवास केन्द्र कुपोषित बच्चों को हेल्दी बनाने में मदद कर रहे हैं। रतलाम के जिला चिकित्सालय में स्थापित पोषण पुनर्वास केन्द्र की मदद से लगभग ढाई वर्ष का बालक जिगर भी सेहत की राह पर चल पड़ा है। स्वस्थ होकर मुस्करा रहा है। वर्ष 2017 के फरवरी माह में महिला बाल विकास विभाग द्वारा रतलाम शहर परियोजना क्रमांक 2 के रामराज नगर में स्नेह शिविर आयोजित किया गया था।
शिविर में मजदूरी करने वाली अनीता भी अपने अत्यंत कुपोषित बच्चे को लेकर पहुंची। अनीता तथा उसके पति मजदूरी करते हैं, उसके बच्चे की अवस्था को देखकर प्रभारी परियोजना अधिकारी एहतेशाम अंसारी तथा सुपरवाईजर मालती शर्मा ने बच्चे की मां को सलाह दी कि बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करवा दो। मजदूरी के कारण पहले तो बच्चे की मां ने भर्ती कराने में असमर्थता व्यक्त की। परन्तु लगातार समझाईश करने पर वह राजी हो गई। बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती किया जाकर उसको नियमित उपचार दवाइयां एवं पोषणाहार दिया गया।
बालक 14 दिन उपरांत पोषण पुनर्वास केन्द्र से डिसचार्ज हुआ, डिसचार्ज के बाद भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बरखा खंडाला द्वारा नियमित फोलोअप किया गया। उसके वजन बढ़ने से लेकर खान-पान के विषय में परामर्श तथा पोषणाहार भी दिया गया। लगभग 10 माह की नियमित फोलोअप के बाद बच्चे की हालत में नियमित सुधार आया है, वह अति गंभीर कूपोषित अवस्था से निकलकर मध्यम कुपोषित अवस्था में आ गया है। यह देखकर उसकी मां भी बहुत खुश है। अब वह स्वस्थता की राह पर चलकर मुस्कराने लगा है।