November 24, 2024

पूर्वी लद्दाख में तैनात जवानों को बेहतर सुविधाएं : ठंड से बचाव के लिए मिला गर्म टेंट, हॉट वॉटर सप्लाई और बिजली

नई दिल्ली,18 नवंबर (इ खबरटुडे)। भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में सेना के जवानों के रहने की व्यवस्था को अपग्रेड (living facilities upgraded) किया है. अब जवानों को यहां पर ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी. चूंकि पूर्वी लद्दाख ऐसा सेक्टर है, जहां हर साल नवंबर के बाद 40 फीट तक बर्फबारी होती है, वहीं तापमान माइनस 30-40 डिग्री तक नीचे चला जाता है, ऐसे में यहां पर जवानों के लिए हालात आसान करने के लिए उनकी रहने की फैसिलिटी को अपग्रेड किया गया है.

बता दें कि पूर्वी लद्दाख पिछले कुछ महीनों से चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर भी चर्चा में रहा है. यहां पर ही जून में गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों की जानें चली गई थीं. वहीं, चीनी सेना को भी कुछ नुकसान की खबर आई थी.

भारतीय सेना ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि ‘ठंड में सीमा पर तैनात जवानों की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने के लिए भारतीय सेना ने सेक्टर में जवानों के रहने की फैसिलिटीज़ का अपग्रेडेशन खत्म किया है.’

बयान में सेना ने बताया, ‘पिछले सालों में तैयार एकीकृत सुविधाओं वाले कैंपों के अलावा बिजली, पानी, हीटिंग की सुविधा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की उत्कृष्ट सुविधाएं जोड़ी गई हैं. सेना ने बताया कि जवानों की तैनाती को देखते हुए उन्हें हीटरयुक्त टेंट की सुविधा दी जा रही है. इसके अलावा, सैनिकों के किसी भी आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नागरिक बुनियादी ढांचे भी बनाए जा रहे हैं.

अक्टूबर में चीन की सरकारी मीडिया से जुड़े एक अधिकारी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें चीनी सेना की ओर से भी चीनी इलाके में ठंड के लिए की जा रही तैयारियां दिखाई गई थीं. इसके तहत चीनी सैनिकों के लिए सोलर और विंड पॉवर की सुविधा और चौबीसों घंटे तक गर्म पानी की सुविधा देने की बात कही गई थी.

बता दें कि भारत-चीन पूर्वी लद्दाख में कई महीनों से सीमा विवाद को लेकर आपस में उलझे हुए हैं. मामला शांत करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर कई चरणों में बातचीत हुई है. पिछले हफ्ते खबर आई थी की दोनों देश डिस्इंगेजमेंट प्लान पर चर्चा कर रहे हैं, हालांकि, अभी इसपर सहमति नहीं बनी है.

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