पाकिस्तान पर पीएम मोदी के कूटनीतिक रुख का आरएसएस ने किया समर्थन
इंदौर,3 जनवरी (इ खबरटुडे)। पंजाब के पठानकोट में वायुसेना के एक स्टेशन पर आतंकी हमले के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पाकिस्तान को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया कूटनीतिक रख का आज बचाव किया.
संघ ने कहा कि वह पिछले महीने की औचक पाकिस्तान यात्रा के दौरान मोदी के अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के घर खाना खाने का विरोध नहीं करता और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार देश में आतंकवाद की समस्या से निपटने में सक्षम हैं.
संघ के सह महासचिव दत्तात्रय होसबोले ने यहां ‘विश्व संघ शिविर’ के दौरान संवाददाताओं के एक सवाल पर कहा, ‘‘मोदी को नवाज शरीफ के साथ खाना क्यों नहीं खाना चाहिये. हम इस बात का विरोध नहीं करते. हम तो मानते हैं कि पूरा विश्व एक कुटुम्ब है और अच्छा व्यवहार करना हमारा फर्ज बनता है. यही भारत का धर्म है. इस धर्म का पालन किया ही जाना चाहिये.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार देश में आतंकवाद के मसले से निपटने में सक्षम हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि वह इस मसले से अच्छी तरह निपटेंगे.’’ होसबोले ने एक सवाल पर कहा, ‘‘परिस्थिति के अनुसार साम, दाम, दंड और भेद का प्रयोग किया जाता है. तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने जहां एक ओर लाहौर की बस यात्रा की, वहीं उन्हीं के कार्यकाल में कारगिल का युद्ध भी लड़ा गया.’’
संघ के वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होसबोले ने मोदी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया के सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रों के प्रमुख दूसरे मुल्कों से कूटनीतिक संबंधों को बढ़ाने के लिये विदेश यात्राएं करते हैं. ‘‘लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री ने संघ के स्वयंसेवक होने के नाते अपनी विदेश यात्राओं के दौरान परदेस में न केवल भारत माता की जय.जयकार करायी, बल्कि भारत में गंगा के तट पर एक विदेशी प्रधानमंत्री से आरती भी करायी.’’
होसबोले ने नेपाल के मधेसी आंदोलन के बाद इस मुल्क से भारत के संबंधों की स्थिति से जुड़े एक सवाल पर कहा, ‘‘यह तय करना सरकारों का काम है कि भारत और नेपाल के बीच के कूटनीतिक संबंध कैसे हों. लेकिन हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच संबंध अच्छे बने रहें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत में बड़ी तादाद में नेपाली मूल के लोग रहते हैं. लेकिन पिछले पांच महीनों में भारत में नेपाल के एक भी व्यक्ति के साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ है. नेपाल में रहने वाले भारतीयों के साथ भी कुछ गलत नहीं हुआ है. नेपाल में एक सियासी संघर्ष चल रहा है. ऐसा संघर्ष हर जगह चलता है.’’
क्या अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की राह प्रशस्त करने के लिये दोनों पक्षों को अदालत के बाहर सहमति बनाने की कोशिश करनी चाहिये, संघ के वरिष्ठ नेता ने इस सवाल का जवाब टालते हुए कहा, ‘‘यह आज के संवाददाता सम्मेलन का विषय नहीं है.’’ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कल यहां ‘विश्व संघ शिविर’ में मौजूद संघ प्रमुख मोहन भागवत और इस संगठन के अन्य शीर्ष नेताओं से लम्बी मुलाकात के सियासी मायनों के बारे में पूछे जाने पर होसबोले ने कहा, ‘‘शाह संघ के सरकार्यवाह :महासचिव: सुरेश भैयाजी जोशी से मिलने आये थे. विश्व संघ शिविर में उनका कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं था.’’