निगम की गुटबाजी मे उलझा नवरात्रि मेले का लाखों का भुगतान,विभाग के मंत्री तक पंहुचा मामला
रतलाम,29 मई (इ खबरटुडे)। नवरात्रि मेले के दौरान मंच पर प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अठारह लाख रु. से अधिक राशि का भुगतान,नगर निगम में व्याप्त गुटबाजी के चलते अब तक उलझा हुआ है। नगर निगम के बुलावे पर लाखों रुपए के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले आयोजक अपनी राशि प्राप्त करने के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे है,लेकिन नगर निगम उनकी सुनवाई करने को तैयार नहीं है। बकाया राशि के भुगतान का यह मामला अब विभागीय मंत्री तक भी जा पंहुचा है। आयोजकों ने विभाग की मंत्री श्रीमती माया सिंह को ज्ञापन देकर शीघ्र भुगतान कराने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि कालिका माता पर लगने वाले नवरात्रि मेले के मंच पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते है। हर साल की तरह पिछले वर्ष नवरात्रि पर भी गीत संगीत के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए,निगम आयुक्त द्वारा कार्यक्रम आयोजकों के साथ एग्रीमेन्ट किया जाता है,जिसमें कार्यक्रम के भुगतान इत्यादि की सभी शर्ते तय होती है।
नवरात्रि मेले के समापन के पश्चात,निगम में व्याप्त गुटबाजी के चलते भाजपा के ही कुछ पार्षदों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारी भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लगाए गए थे और इन आरोपों के चलते निगम परिषद की बैठक में मामले की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन भी किया गया था। मजेदार बात यह थी कि जांच समिति के सदस्य वे ही पार्षद बनाए गए थे,जिन्होने स्वयं भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए थे।
नवरात्रि मेले को सम्पन्न हुए छ: माह का समय गुजर चुका है,लेकिन अब तक न तो जांच समिति ने मामले की जांच की और ना ही कार्यक्रम आयोजकों को उनका भुगतान किया गया। जब भी आयोजक भुगतान की मांग करते है,जांच लम्बित होने की बात कह कर उनका भुगतान टाल दिया जाता है।
कार्यक्रम आयोजक राजेश वागले ने बताया कि मामले की जांच के लिए बनाई गई जांच समिति को मामले की जांच में कोई रुचि ही नहीं है। जब भी जांच समिति की बैठक तय की जाती है,समिति के सदस्य नदारद हो जाते है और जांच हो ही नहीं पाती। जांच समिति के सदस्यों की रुचि जांच से अधिक भुगतान रुकवाने में है।
श्री वागले के अनुसार,कार्यक्रम आयोजकों ने जो भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए,वे निगम आयुक्त के साथ किए गए एग्रीमेन्ट के आधार पर किए गए है। ऐसेे में इन कार्यक्रमों का भुगतान रोकना पूरी तरह अवैधानिक है। इसके बावजूद भी नगर निगम इस मामले में कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है।
नगर निगम के रवैये से निराश कार्यक्रम आयोजकों ने विगत दिनों भोपाल पंहुचकर स्थानीय शासन मंत्री श्रीमती माया सिंह से भेंट कर उन्हे भुगतान कराने के लिए एक ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम आयोजकों ने विभागीय मंत्री श्रीमती माया सिंह से आग्रह किया कि वे इस मामले में संज्ञान लेते हुए आयोजकों की राशि का भुगतान करवाए।