November 15, 2024

नहीं सुलझा आबकारी दुकानों का मसला

149 करोड में से मात्र 33 करोड के प्रस्ताव आए

रतलाम,11 मार्च (इ खबरटुडे)। जिले की मदिरा दुकानों के ठेकों का मसला अब भी नहीं सुलझ पाया है। आबकारी विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद आबकारी ठेकेदारों ने ठेकों में कोई रुचि नहीं दिखाई। ठेकों के नवीनीकरण का एक भी प्रस्ताव नहीं आने के बाद आयोजित टेण्डर प्रक्रिया के दूसरे दौर में भी जिले की कुल सौ में से मात्र तीस दुकानों के लिए ही प्रस्ताव प्राप्त हुए। शासन को 149.92 करोड के बदले मात्र 33 करोड के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। दर कम होने से इन प्रस्तावों को अंतिम निर्णय के लिए शासन को भेजा जा रहा है।
सहायक आबकारी आयुक्त यूएस जावा ने बताया कि शुक्रवार को संपन्न की गई टेण्डर प्रक्रिया में मात्र दो ठेकेदारों ने कुल छ: समूहों की 19 दुकानों के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इन प्रस्तावों में देशी मदिरा की 15 दुकानों के लिए 12 करोड 98 लाख के प्रस्ताव प्राप्त हुए। जबकि गत वर्ष इन दुकानों का ठेका १५ करोड २७ लाख रु. का था। इसी तरह विदेशी मदिरा की चार दुकानों के लिए 6 करोड 46 लाख के प्रस्ताव प्राप्त हुए है,जबकि इनकी कीमत 7 करोड 37 लाख रु.थी। इस तरह विभाग को कुल 19 करोड 3 लाख रु. के प्रस्ताव प्राप्त हुए,जोकि गत वर्ष के मूल्य से 3.37 प्रतिशत कम है। प्रस्तावों की राशि कम होने से इन प्रस्तावों को अंतिम निर्णय के लिए शासन को भेजा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि टेण्डर प्रक्रिया के पहले चरण में 8 देशी और 3 विदेशी इस तरह कुल 11 दुकानों के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे,जिन्हे समिति द्वारा स्वीकृत कर लिया गया था। अधिकारिक जानकारी के अनुसार चालू वर्ष का जिले का आबकारी ठेका कुल 134 करोड 42 लाख रु.का था। शासन ने आगामी वर्ष के लिए 149 करोड 92 लाख रु. की दर निर्धारित की थी,लेकिन जिले के किसी ठेकेदार ने ठेके के नवीनीकरण में रुचि नहीं दिखाई।

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