November 16, 2024

नहीं पहुंची न्याय की आवाज, पार्टी कहे तो लोकसभा में नेता पद संभालने को तैयार: शशि थरूर

नई दिल्ली,28 मई(इ खबरटुडे)। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अब हर किसी की नजर संसद के सत्र पर है. कांग्रेस पार्टी एक बार फिर नेता विपक्ष के नंबर से दूर है जो पार्टी के लिए संकट की बात है. लेकिन एक संकट और भी है कि इस बार सदन में कांग्रेस अपना नेता किसे बनाएगी. मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव हार चुके हैं, इस बीच पार्टी नेता शशि थरूर ने कहा है कि अगर पार्टी उन्हें लोकसभा में नेता पद की पेशकश करती है तो वह इस दायित्व को निभाने के लिए तैयार हैं.

तिरुवनंतपुरम से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए थरूर ने सोमवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा, “अगर पेशकश की गई, तो लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता पद संभालने को तैयार हूं.”

उन्होंने स्वीकार किया कि कांग्रेस की मुख्य चुनावी थीम ‘न्याय’ को मतदाताओं के समक्ष ठीक से नहीं रखा गया और इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की ‘नरम हिंदुत्व’ की नीति की ओलाचना की.

उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बने रहना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “पार्टी उनकी सहायता के लिए क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति पर विचार कर सकती है.” थरूर 2009 से तिरुवनंतपुरम संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 2014 में उन्होंने भाजपा के ओ. राजगोपाल के विरुद्ध मात्र 15,000 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी.

आपको बता दें कि पिछली बार कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटें मिली थीं, तो वहीं इस बार मात्र 52 सीटें मिली हैं. जबकि लोकसभा में नेता विपक्ष पद के लिए एक पार्टी को 55 सांसदों की जरूरत है. पिछली बार भी कांग्रेस को ये पद नहीं मिला था, लेकिन लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बने थे. इस बार वह भी चुनाव हार गए हैं.

You may have missed