नम आंखों से दी स्व.धुंवासा को अंतिम बिदाई
ग्राम नगरा के मुक्तिधाम पर संपन्न हुआ अंतिम संस्कार
रतलाम,20 अक्टूबर (इ खबर टुडे)। स्व.श्री बद्रीलाल धुंवासा ने समाज के लिए कई अनुकरणीय कार्य किए। उनके निधन से समाज और गांव को अपूरणीय क्षति हुई है। उनकी कमी को पूरा करना संभव नहीं है।उक्त उद्गार ग्राम नगरा के मुक्तिधाम पर स्व.श्री बद्रीलाल धुंवासा के अंतिम संस्कार के बाद आयोजित शोकसभा में वक्ताओं ने व्यक्त किए।
इससे पहले स्व.श्री धुंवासा की अंतिम यात्रा ग्राम नगरा के उनके निवास स्थल से प्रारंभ हुई। अंतिम यात्रा में गांव के लोग बडी संख्या में शामिल थे,वहीं श्री धुंवासा को अंतिम बिदाई देने के लिए रतलाम से भी बडी संख्या में लोग नगरा पंहुचे थे।
ग्राम नगरा के अग्रणी समाजसेवी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग बौध्दिक प्रमुख एवं
जिला कार्यवाह दशरथ पाटीदार के पिता स्व.श्री बद्रीलाल धुंवासा एक प्रगतिशील किसान थे और नगरा के साथ आस पास के कई गांवों में उनका जीवन्त सम्पर्क था और वे काफी लोकप्रिय थे। पाटीदार समाज के समूहिक विवाह जैसे आयोजनों में भी वे अग्रणी भूमिका निभाया करते थे। उनके निधन के अवसर पर मुक्तिधाम पर आयोजित शोकसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,भाजपा,विश्व हिन्दू परिषद,अभिभाषक संघ,रतलाम प्रेस क्लब समेत अनेक संस्थाओं की ओर से उन्हे श्रध्दांजलि अर्पित की गई। शोकसभा को विहिप के संजीव जैन,अभिभाषक संघ के सचिव दीपक जोशी,प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश मूणत,आरएसएस के विनय मोघे,पाटीदार समाज के अध्यक्ष समेत अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया और श्री धुवासा के निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
उनकी अंतिम यात्रा में राजमल जैन,कमल जैन,भीमसिंह भाटी (गामड पहलवान), युवा नेता बलवन्त भाटी,एडवोकेट सुभाष उपाध्याय,चन्द्रसिंह पंवार,सुभाष जैन,भाजपा नेता मनोहर पोरवाल,मणि जैन,आरएसएस के वीरेन्द्र वाफगांवकर,सुरेन्द्र सुरेका,डॉ.रत्नदीप निगम,निर्मल कटारिया,रवि जौहरी समेत अनेक गणमान्य नागरिक शामिल थे।