दो महीने में भाजपा करेगी 1000 से अधिक सभाएं, अकेले मोदी की होगीं 200 रैलियां, कांग्रेस के 50 साल के काम पर होगा निशाना
नई दिल्ली,14 मार्च (इ खबर टुडे)। लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही भाजपा ने अपनी प्रचार की रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने लगभग दो महीने लंबे चुनाव प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के स्टार प्रचारकों की एक हजार से अधिक सभाएं कराने की योजना बनायी है. पार्टी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को ही अपना स्टार प्रचारक माना है. प्रचार के दौरान मोदी की खुद 200 से अधिक सभाएं करने की योजना है. उनके अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी धुआंधार प्रचार करेंगे.
भाजपा की चुनाव प्रचार रणनीति से जुड़े एक प्रमुख नेता ने कहा है कि भाजपा के केंद्रीय प्रचारक लोकसभा की सभी सीटों पर प्रचार करेंगे, चाहे वे सीटें भाजपा लड़ रहे हों या फिर उसके सहयोगी. हालांकि, पार्टी के चुनावी प्रचार का सबसे ज्यादा फोकस उन राज्यों पर रहेगा, जहां वह अभी मजबूत है और जहां से उसके लिए बेहतर संभावनाएं हैं.
लोकसभा चुनाव लड़ रहे नेता भी अपने चुनाव के पहले भी काफी समय दूसरी सीटों पर प्रचार में लगायेंगे और अपना चुनाव होने के बाद दूसरी सीटों पर प्रचार में अपना पूरा समय देंगे. समय के हिसाब से रणनीति भी बदली जायेगी.
प्रचार की मुख्य थीम रहेगी ‘सत्ता भोग के 50 साल बनाम सेवा भाव के 50 महीने’
कांग्रेस के 50 साल के काम पर होगा निशाना
भाजपा के प्रचार की मुख्य थीम ‘सत्ता भोग के 50 साल बनाम सेवा भाव के 50 महीने’ रहेगी. भाजपा ने इस पर 20 बिंदुओं को तैयार किया है जिनमें कहा गया है कि 50 साल में क्या था और 50 महीने में क्या हुआ है. इसमें ज्यादातर सरकार की उपलब्धियां हैं. इसे केंद्र व राज्य स्तर हर नेता को मुहैया कराया जा रहा है ताकि वे कांग्रेस के दुष्प्रचार का करारा जबाब दे सकें. साथ ही, सरकार का पक्ष भी प्रभावी रूप से रख सकें.
टॉप स्टार प्रचारक
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष
राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ और नितिन गडकरी
अन्य प्रमुख प्रचारकों में सुषमा स्वराज, उमा भारती, स्मृति इरानी, शिवराज सिंह चौहान, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं.
यूपी, बिहार व बंगाल के हर चरण में प्रचार करेंगे मोदी
भाजपा की चुनाव प्रचार रणनीति से जुड़े नेता ने बताया कि मोदी सभी राज्यों में धुआंधार प्रचार करेंगे, खासतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में, जहां सात चरणों में मतदान होना है. मोदी अपने गृह राज्य गुजरात के अलावा हिंदीभाषी राज्यों में ज्यादा चुनाव प्रचार करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मोदी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मेरठ से कर सकते हैं.
हर चरण की होगी समीक्षा, बदलेगी रणनीति
पार्टी ने चुनाव को लेकर काफी आक्रामक रूख अपनाया है. हर चरण के चुनाव के साथ भाजपा उस चरण में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी और रणनीति भी बदलेगी. भाजपा के राज्यों के बड़े नेता अपने चुनाव के दौरान अपने राज्यों में प्रचार तो करेंगे ही, इसके अलावे अपने क्षेत्र में चुनाव खत्म होने के बाद वे जरूरत पड़ने पर दूसरे राज्यों में भी प्रचार करेंगे. जिन राज्यों में दूसरे प्रदेश के लोग ज्यादा संख्या में रहते हैं वहां के नेताओं को भी सभाओं व संपर्क के लिए बुलाया जायेगा.
वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ प्रचार करना चाहती हैं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चुनाव प्रचार करने की तैयारी कर रही हैं. ममता ने कहा कि वह अखिलेश यादव और मायावती के समर्थन में वाराणसी चुनाव प्रचार करने जा सकती है. उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश और मायावती उन्हें बुलाते हैं तो वह वाराणसी में चुनाव प्रचार करने के लिए जाएंगी. उन्हें मेरा नैतिक समर्थन है.
महाराष्ट्र : भाजपा – शिवसेना 24 से शुरू करेंगे चुनाव प्रचार
मुंबई. महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना ने एक साथ चुनाव प्रचार करने की निश्चय किया है. दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में एक साथ रैली करेगी जिसकी शुरुआत कोल्हापुर से होगी. इससे पहले मंगलवार देर रात महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के लिए उनके बंगले मातोश्री पहुंचे. दोनों के बीच मुलाकात करीब दो घंटे तक चली.