दो महीने की हिरासत के बाद फारूक और उमर अब्दुल्ला को पार्टी नेताओं से मिलने की इजाजत
नई दिल्ली,06अक्टूबर (इ ख़बर टुडे)।बीते दो महीने से प्रतिबंधात्मक हिरासत में रखे गए नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर को अब पार्टी के नेताओं से मिलने की इजाजत मिल गई है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने घाटी में हालात के सामान्य होने के बाद यह फैसला लिया है। बताते चलें कि पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया था।
इसके साथ ही अलगाववादी नेताओं सहित जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। समाचार एजेंसी एएनआई ने शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता मदन मंटू के हवाले से लिखा था- प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह जम्मू से रवाना होगा।
मंटू ने कहा था कि राणा के इस बारे में अनुरोध करने के बाद प्रतिनिधिमंडल को अब्दुल्ला पिता-पुत्रों से मिलने की इजाजत दी गई थी। इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए राणा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में 15 पूर्व विधायक होंगे। फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को चार अगस्त की रात से हिरासत में ले लिया गया था।
इसके अगले दिन केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अस्थाई अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त को खत्म दिया था। सरकार ने कश्मीर के अन्य राजनेताओं के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की, जिसमें पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती और जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद लोन शामिल थे।
यह एहितियातन कदम इसलिए उठाया गया था कि अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद इन नेताओं के कहने पर कश्मीर की जनता संघर्ष के लिए सड़कों पर उतर सकती थी। बताते चलें कि फारूक अब्दुल्ला को श्रीनगर में उनके घर में नजरबंद करके रखा गया था, जबकि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला को पास में ही स्थित हरि निवास स्टेट गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया था।