दो दिन पहले जावरा में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी,दो आरोपी गिरफ़्तार् , आरोपियों ने लोटा और रेडियो चुराने पर की हत्या (देखें लाइव विडीयो)
रतलाम,30 जून (इ खबरटुडे)। जिले के जावरा में तीन रुंडी पहाडी के निर्जन इलाके में दो दिन पहले मिली लाश की गुत्थी को सुलझाने में सफलता प्राप्त की है। मृतक की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई थी कि उसने आरोपी का लोटा और रेडियो चुरा लिया था। पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ़्तार् कर लिया है।
एसपी गौरव तिवारी ने रविवार शाम को कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेसवार्ता में इस हत्याकांड की विस्तार से जानकारी दी। प्रेस वार्ता में एएसपी इन्द्रजीत बकरवाल और जावरा सीएसपी अगम जैन भी मौजूद थे। एसपी श्री तिवारी ने बताया कि 28 जून को जावरा के औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाना क्षेत्र के तीन रुंडी पहाडी के निर्जन इलाके में एक युवक की लाश बरामद हुई थी। मृतक की शिनाख्त मांगीलाल पिता वीरजी भील 36 नि.ग्राम भूतिया थाना रावटी हाल मुकाम हुसैन टेकरी जावरा के रुप में हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि मृतक की मौत मारपीट करने से हुई है।
एसपी श्री तिवारी ने एएसपी इन्द्रजीत बकरवाल के नेतृत्व में जावरा सीएसपी अगम जैन को इस हत्या कांड की जांच करने के निर्देश दिए थे। मामले की गहन जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक,ग्राम नागदीके बाहर स्थित श्मशान के बाहर झोंपडी बनाकर रहने वाले मंगल बाबा उर्फ लालसिंह राजपूत के घर आता जाता था और अंतिम समय में उसी के साथ देखा गया था। पुलिस को यह भी पता चला कि मंगल बाबा भी घटना दिनांक के बाद से अपने घर नहीं पंहुचा था। पुलिस ने मंगल बाबा की तलाश में रतलाम और मंदसौर जिले के कई स्थानों पर खोज की। आखिरकार रविवार को मंगलबाबा उर्फ लालसिंह पिता नरवर सिंह राजपूत 45, अपने एक साथी कारूलाल पिता बरदा जी मालवीय 35 नि.मूंडलाराम थाना कालूखेडा के साथ जावरा रेलवे स्टेशन से गिरफ़्तार् कर लिया गया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी मंगलबाबा ने बताया कि मृतक मांगीलाल भील कचरा एकत्रित करने का काम करता था और कभी कभी शराब पीने के लिए मंगल बाबा की झोंपडी पर आता था। हाल के दिनों में मृतक मांगीलाल का अपनी पत्नी से विवाद हुआ था और इसके बाद घटना के दो तीन पहले से वह मंगल बाबा के साथ उसी की झोपडी में रह रहा था। इसी दौरान मंगलबाबा को पता चला कि मृतक मांगीलाल ने उसका रेडियो,लोटा और घंटी चुरा कर अपने सामान में छुपा दिया था। यह जानकारी मिलने पर मंगलबाबा बेहद नाराज हुआ और उसने मांगीलाल की हत्या करने की योजना बनाई। घटना दिनांक को वह और उसका साथी कारुलाल,मृतक मांगीलाल को तीन रुंडी पहाडी पर ले गए,जहां उन्होने शराब पी और फिर लाठियों से पीट पीट कर उसकी हत्या कर दी।