दुरंतो हादसाः ड्राइवर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाया और फिर इंजन समेत 9 डिब्बे पटरी से उतरे
महाराष्ट्र\ मुंबई,29 अगस्त (इ खबर टुडे)।मंगलवार सुबह देश एक और रेल हादसे का गवाह बना। महाराष्ट्र में मुंबई-नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस टिटवाला के पास दुर्घटना का शिकार हो गई। इस मामले पर भारतीय रेल का कहना है कि प्रथम दृष्टया इस हादसे का कारण लैंडस्लाइड लग रहा है। दरअसल महाराष्ट्र इस समय भयंकर बारिश और बाढ़ की चपेट में है। मध्य रेलवे के मुताबिक अचानक भूस्खलन होने पर ड्राइवर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाई और फिर इंजन समेत 9 कोच पटरी से उतर गए।
रेलवे के प्रक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि शुरुआत में सात कोच के डिरेल होने की खबर थी लेकिन ताजा अपडेट बताती हैं कि इंजन और 9 कोच डिरेल हुए हैं। सभी यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव का काम तेजी से चल रहा है। अनिल सक्सेना का कहना है कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि लैंडस्लाइड की वजह से ट्रेन डिरेल हुई है।
दुरंतो एक्सप्रेस सुबह लगभग 6 बजकर 40 मिनट पर पटरी से उतरी। इस समय ज्यादातर लोग नींद में थे। हादसा आसनगांव और टिटवाल के बीच हुआ, जिसमें इंजन और 9 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे की वजह से इस रूट की लगभग सभी ट्रेनें प्रभावित है। लोकल ट्रेनों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। दुरंतो हादसा के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि कोई यात्री घायल नहीं हुआ है। यात्रियों को पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया है।
लैंडस्लाइड के चलते हुआ हादसा
रेलवे के मुताबिक शुरुआती जांच में पाया गया है कि लैंडस्लाइड की वजह से यह दुर्घटना हुई। इलाके में भारी बारिश के चलते ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई। दूरंतो एक्सप्रेस के जो डिब्बे पटरी से उतरे हैं, उनमें A1, A2, A3 और अन्य कोच शामिल हैं। दुर्घटना के बाद कल्याण से मुंबई के बीच का रेल रूट तीन से चार घंटे तक बाधित हो गया।
इस साल की बड़ी रेल दुर्घटनाएं
यूपी के मुजफ्फरनगर के खतौली में हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 21 यात्रियों की मौत हो गई थी जबकि 97 यात्री घायल हुए थे। इसके अलावा औरैया जिले में कैफियत एक्सप्रेस के डीरेल होने से 74 लोग घायल हो गए थे।