दिव्यांगों को योग करता देख भाव-विभोर हुए PM मोदी
चंडीगढ़ 21,जून(इ खबरटुडे)।योग का अभ्यास हमारे देश में प्राचीन काल से होता आया है. लेकिन धीरे-धीरे लोग इसके महत्व को भूल गए और यह कुछ लोगों तक ही सीमित रह गई. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों में जागरुकता लाने के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की शुरूआत की.
पिछले साल 21 जून को ये पहली बार मनाया गया था
इसकी पहल प्रधानमंत्री मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी. उन्होंने योग के महत्व को बताते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करने की बात कही थी. जिसके बाद 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित किया गया. पिछले साल 21 जून को ये पहली बार मनाया गया था.
आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ में आयोजित किए कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ट्रेनर की तरह पेश आए। हजारों लोगों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री मंच से नीचे उतरे और महज एक मिनट में 90 हजार स्केयर मीटर में बने पूरे पंडाल को माप दिए।
कुछ पलों के एक दिव्यांग के पास रूककर बातचीत की
प्रधानमंत्री ने यहां योग के लिए पहुंचे विभिन्न वर्गों के योग साधकों से मुलाकात की। मोदी ने समारोह स्थल पर मौजूद दिव्यांगों, व्हील चेयर पर बैठकर योग कर रहे पूर्व सैनिकों के पास जाकर उनका उत्साहवर्धन किया। यही नहीं मोदी ने कुछ पलों के एक दिव्यांग के पास रूककर बातचीत भी की। इसके बाद मोदी छोटी-छोटी बच्चियों के पास भी गए और उनकी योग में दिलचस्पी के प्रति सराहना की।
इस आयोजन को लेकर कुल 96 हजार 300 लोगों ने अपना पंजीकरण करवाया था, लेकिन आयोजन स्थल को देखते हुए करीब 30,000 लोगों को ही यहां प्रवेश मिला था। इनमें जहां हरियाणा व पंजाब से करीब दस-दस हजार लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ योग किया, वहीं चंडीगढ़ विवि से एक हजार, एनएसएस के 3600 वालंटियर, 1500 सामान्य नागरिक, 3000 पूर्व तथा वर्तमान सैनिक, 800 योगा ट्रेनरों ने भाग लिया।