डैमेज कंट्रोल में सफल भाजपा,बागियों ने लिए नाम वापस
कांग्रेस के छिपानी,झालानी मैदान से हटे,लेकिन फारुख खान मैदान में मौजूद
रतलाम,11 नवंबर (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव के लिए नाम वापसी के निर्धारित दिन भाजपा का डैमेज कंट्रोल सफल रुप से सामने आया। भाजपा के अधिकांश बागियों ने तो समझाईश के बाद नाम वापस ले लिया,वहीं कांग्रेस के एक प्रमुख बागी ने मैदान से हटने से इंकार कर दिया।
अधिकृत जानकारी के मुताबिक जावरा से भाजपा के बागी रुघनाथसिंह आंजना और आलोट के बागी मधु पटेल ने अपने नाम वापस ले लिए है। भाजपा से नाराज हुए इन नेताओं को समझाने के लिए संभागीय संगठन मंत्री राकेश डागोर रतलाम पंहुचे थे। हांलाकि नाराज नेताओं को समझाने में प्रमुख भूमिका वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी ने निभाई। सभी बागी नेता पहले श्री कोठारी के निवास पर पंहुचे थे। वहां से वे श्री कोठारी के साथ कलेक्टोरेट पंहुचे और उन्होने अपने नाम वापस ले लिए। फार्म खींचने के बाद दोनो नाराज नेता पुन: पैलेस रोड स्थित श्री कोठारी के निवास पर पंहुचे। भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित व अन्य नेता भी उनके साथ थे। कुछ देर बाद जावरा से भाजपा प्रत्याशी डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय भी श्री आंजना का धन्यवाद अदा करने श्री कोठारी के निवास पर पंहुचे। नाम वापसी के बाद संभागीय संगठन मंत्री राकेश डागोर ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए भाजपा की जीत का विश्वास जताया।
दूसरी ओर कांग्रेस नेता नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विमल छिपानी और पूर्व पार्षद राकेश झालानी ने भी अपने नाम वापस ले लिए है। दोनो नेताओं ने कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी अदिती दवेसर के समर्थन में अपना नाम वापस लिया है। कांग्रेस टिकट के एक अन्य दावेदार फारुख खान ने अपना नाम वापस नहीं लिया है।
दोनो पार्टियों के प्रमुख बागियों द्वारा नाम वापसी किए जाने के बाद अब चुनाव का परिदृश्य साफ हो गया है। हांलाकि राजनीति की जानकारी रखने वालों का कहना है कि नाराज नेताओं ने भले ही नाम वापसी कर ली हो,लेकिन वे चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के लिए अप्रत्यक्ष तौर पर परेशानियां पैदा करने से बाज नहीं आएंगे। आने वाले कुछ दिनों में स्थितियां और स्पष्ट हो जाएगी कि किस प्रत्याशी को कितना सैबोटेज झेलना पडेगा।