ज्योतिषाचार्य एवं सूधिजन भडक़े प्रभारी मंत्री के सामने
महाकाल दर्शन व्यवस्था में प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिसवालों का हस्तक्षेप बर्दाश्त योग्य नहीं
उज्जैन09 मार्च (ई खबर टुडे)। महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था का जिस तरह से प्रशासनिक एवं पुलिस तंत्र ने अधिग्रहण कर लिया है, उससे आम श्रद्धालु, स्थानीय विद्वतजनों और नित्य दर्शनार्थियों की मुश्किलें बढ़ गई है।
महाशिवरात्रि पर्व तथा दूसरे दिन हुई विशिष्ट भस्मारती के दौरान जिस तरह से श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता और बदसलूकी पूर्ण व्यवहार हुआ, वह किसी भी तरह से सहनीय नहीं है।
ज्योतिषाचार्य और महाकालेश्वर मंदिर विद्वत समिति के सदस्य, साथ ही भस्मारती के नेमनुकदार पुजारी पं. आनंदशंकर व्यास ने मंगलवार को केन्द्रीय सिंहस्थ समिति की बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह के समक्ष खुलकर अपना आक्रोश व्यक्त किया तथा कहा कि स्वयं उन्हें भी मंदिर में पूजन एवं प्रवेश के लिये प्रशासनिक अधिकारियों के अडिय़ल रवैये और अभद्रता का सामना करना पड़ा।
पूर्व सांसद सत्यनारायण पंवार ने भी मंदिर दर्शन व्यवस्था में पुलिसिया सख्ती और प्रशासनिक मनमानी का विषय उठाया। प्रभारी मंत्री ने आश्वस्त किया कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक सुधार किया जायेगा। ज्ञातव्य है कि पिछले दो दिनों से प्रशासन ने महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व तथा दूसरे दिन सेहरा श्रृंगार व दिन की भस्मारती में दर्शन व्यवस्था को लेकर जो मनमानी, हुज्जतबाजी, स्थानीय रहवासियों से अभद्रता, बदसलूकी अपनाई उसकी सर्वत्र निंदा हुई और मौका मिला तो वरिष्ठजनों ने प्रभारी मंत्री के सामने भी अपनी पीड़ा जाहिर कर ही दी।