November 22, 2024

जिले में 7 सीटों पर बदलते रहे सियासती समीकरण

किसी एक दल का कब्जा कभी नहीं रहा, समय के साथ मतदाताओं ने परिवर्तन किये
उज्जैन 18 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। उज्जैन  जिला 7 विधानसभा क्षेत्र में बंटा हुआ है। शुरुआती दौर से इन सातों विधानसभा क्षेत्रों में सियासती समीकरण उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार तब्दील होते रहे। मतदाताओं ने समय के साथ बराबर परिवर्तन किया। किसी एक दल का कब्जा कभी नहीं रहा। एक-दो चुनाव के बाद यहां तब्दीलियां होती रही हैं। जिले से कई दिग्गज नामचीन राजनेता भी निकले हैं। वर्तमान में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस चुनाव में विजयी रही। एक-दो स्थानों पर तो बराबर की टक्कर ही चल रही है। एक क्षेत्र में जरुर भाजपा कमजोर हुई है।
विधानसभा क्षेत्र-212
नागदा-खाचरौद : धीरे-धीरे सरक गई भाजपा के हाथ से
विधानसभा क्षेत्र 212 नागदा-खाचरौद औद्योगिक क्षेत्र के रुप में भी पहचान रखता है। सन् 1957 से 2008 तक के उपलब्ध चुनाव परिणाम पर अगर नजर मारी जाए तो यही कहा जाएगा कि समय के साथ धीरे-धीरे यह सीट भाजपा के हाथ से सरक गई। काफी जोर-आजमाइश के बाद भी भाजपा यहां पिछले 2 चुनाव से काबिज नहीं हो पाई है। स्थिति यह है कि एक बार तो निर्दलीय के रुप में भी यहां दिलीप गुर्जर विजयी रहे। ऐसा नहीं है कि वे अकेले यहां से निर्दलीय निर्वाचित हुए, इससे पूर्व सन् 1962 में भैरव भारतीय भी निर्दलीय निर्वाचित हुए थे। उपलब्ध 12 चुनाव के इतिहास के मुताबिक कभी यहां भाजपा और उसके सहयोगी दल का वजूद था। अब स्थितियां बदल गई हैं।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1957 वीरेन्द्रसिंह (एचएमएस), 1962 भैरव भारतीय (निर्दलीय), 1967 वीरेन्द्रसिंह (जे.एस.), 1972 कुं. वीरेन्द्रसिंह (बी.जे.एस.), 1977 पुरुषोत्तम विपट (जे.पी.), 1980 पुरुषोत्तम राव विपट (भाजपा), 1985 रणछोड़लाल आंजना (कांग्रेस), 1990 लालसिंह राणावत (भाजपा), 1993 दिलीपसिंह गुर्जर (भा.रा.कां.), 1998 लालसिंह राणावत (भाजपा), 2003 दिलीपसिंह गुर्जर (निर्दलीय), 2008 दिलीपसिंह गुर्जर (भा.रा.कां.)।
विधानसभा क्षेत्र-213
महिदपुर : बराबरी की टक्कर
जिले में कभी आजादी का केन्द्र रहा यह विधानसभा क्षेत्र बराबरी की टक्कर के लिये भी जाना जाता है। वर्तमान में यहां से कांग्रेस की विधायक है। सन् 1957 से वर्ष 2008 तक के उपलब्ध चुनाव परिणामों के अनुसार बराबर की स्थिति रही है। सन् 1957 में यहां से दो सदस्य विधानसभा में पहुंचे थे।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1957 तोतला रामेश्वर दयाल (कांग्रेस), 1957 श्री दुर्गादास (एस.सी.) (कांग्रेस), 1962 श्री दुर्गादास (एस.सी.) (कांग्रेस), 1967 श्री रामचंदर (एस.सी.) (जे.एस.), 1972 नारायणप्रसाद शर्मा (भा.रा.कां.), 1977 शिवनारायण चौधरी (जे.पी.), 1980 आनंदीलाल छजलानी (भा.रा.कां. ई), 1985 नाथूलाल सिसौदिया (भाजपा), 1990 बाबूलाल जैन (भाजपा), 1993 बाबूलाल जैन (भाजपा), 1998 डॉ. कल्पना परुलेकर (भा.रा.कां.), 2003 बहादुरसिंह चौहान (भाजपा), 2008 डॉ. कल्पना परुलेकर (भा.रा.कां.)।
विधानसभा क्षेत्र-214
तराना : शुरुआती दौर के बाद पिछड़ी कांग्रेस
शाजापुर जिले से लगी हुई विधानसभा क्षेत्र तराना के उपलब्ध इतिहास अनुसार सन् 1962 से लेकर 2008 तक के चुनाव परिणाम में कांग्रेस यहां पिछड़ी हुई रही है। अनुसूचित जाति आरक्षित होने के बावजूद इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कभी कुछ खास नहीं रही। भाजपा ने अधिकतम दोहरी पारी यहां से खेली है।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1962 माधवसिंह रामसिंह (जे.एस.), 1967 माधवसिंह रामसिंह (जे.एस.), 1972 लक्ष्मीनारायण जैन (भा.रा.कां.), 1977 नागूलाल मालवीय (जे.पी.), 1980 दुर्गादास सूर्यवंशी (भा.रा.कां.ई), 1985 दुर्गादास सूर्यवंशी (कांग्रेस), 1990 गोविन्द परमार (भाजपा), 1993 डॉ. माधवप्रसाद शास्त्री (भाजपा), 1998 बाबूलाल मालवीय (भा.रा.कां.), 2003 ताराचंद गोयल (भाजपा), 2008 रोड़मल राठौर (भाजपा)।
विधानसभा क्षेत्र-215
घट्टिया : धीरे-धीरे वजूद में कांग्रेस
अनुसूचित जाति आरक्षित घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के सन् 1977 से 2008 तक के उपलब्ध चुनाम परिणाम के अनुसार यहां धीरे-धीरे कांग्रेस ने वजूद बनाया। इससे पूर्व भाजपा यहां वजूद में रही। वर्तमान में यहां से कांग्रेस के विधायक हैं। यहां से वर्तमान उौन नगर निगम महापौर रामेश्वर अखण्ड ने दो बार विजयश्री का वरण किया था।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1977 गंगाराम परमार (जनता पार्टी), 1980 नागूलाल मालवीय (भाजपा), 1985 अवंतिकाप्रसाद मरमट (कांग्रेस), 1990 रामेश्वर अखण्ड (भाजपा), 1993 रामेश्वर अखण्ड (भाजपा), 1998 रामलाल मालवीय (भा.रा.कां.), 2003 डॉ. नारायण परमार (भाजपा), 2008 रामलाल मालवीय (भा.रा.कां.)।
विधानसभा क्षेत्र-216
उज्जैन उत्तर : आगे-पीछे चल रहे भाजपा-कांग्रेस
उज्जैन  के पुराने शहर पर पूरी तरह से काबिज उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र अनारक्षित है। इस क्षेत्र से कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा ने विजयश्री वरण की। शुरुआत कांग्रेस से रही। धीरे-धीरे यहां वर्तमान भाजपा और उसके समर्थित पुराने दल यहां अपना अस्तित्व बनाने में पूरी तरह कामयाब रहे। वर्तमान में यहां से भाजपा के विधायक हैं। यहां सन् 1969 में एक उपचुनाव भी हो चुका है। 1957 से सन् 2008 तक के उपलब्ध चुनाव परिणाम इस प्रकार रहे।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1957 राजदान कुंवर किशोरी (कांग्रेस), 1962 अब्दुल गयूर कुरैशी (कांग्रेस), 1967 महादेव जोशी (जे.एस.), 1969 उपचुनाव महादेव जोशी (जे.एस.), 1972 प्रकाशचंद्र सेठी (कांग्रेस), 1977 बाबूलाल जैन (जनता पार्टी), 1980 डॉ. राजेन्द्र जैन (कांग्रेस ई), 1985 डॉ. बटुकशंकर जोशी (कांग्रेस), 1990 पारस जैन (भाजपा), 1993 पारस जैन (भाजपा), 1998 राजेन्द्र भारती (भा.रा.कां.), 2003 पारस जैन (भाजपा), 2008 पारस जैन (भाजपा)।
विधानसभा क्षेत्र-217
उज्जैन  दक्षिण : बराबरी की टक्कर
सन् 1957 से 2008 तक के उपलब्ध चुनाव परिणामों के अनुसार यहां कांग्रेस और भाजपा समर्थित दलों के साथ आगे-पीछे ही रहे हैं। 12 बार के हुए चुनावों में बराबरी की टक्कर रही है। इस विधानसभा क्षेत्र में नये उज्जैन  का शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1957 विश्वनाथ वासुदेव (कांग्रेस), 1962 हंसाबेन (कांग्रेस), 1967 श्री गंगाराम (जे.एस.), 1972 दुर्गादास सूर्यवंशी (भा.रा.कां.), 1977 गोविन्द राव विश्वनाथ नायक वकील (जनता पार्टी), 1980 महावीरप्रसाद वशिष्ठ (कांग्रेस ई), 1985 महावीरप्रसाद वशिष्ठ (कांग्रेस), 1990 बाबूलाल महेरे (भाजपा), 1993 शिवा कोटवानी (भाजपा), 1998 प्रीति भार्गव (भा.रा.कां.), 2003 शिवनारायण जागीरदार (भाजपा), 2008 शिवनारायण जागीरदार (भाजपा)।
विधानसभा क्षेत्र-218
बड़नगर : हिसाब बराबरी का है
बड़नगर विधानसभा क्षेत्र उौन जिले की विधानसभा क्षेत्रों में वजूदमंद सीट मानी जाती है। यहां हिसाब बराबरी का चल रहा है। सन् 1957 से 2008 तक के उपलब्ध चुनाव परिणामों के मुताबिक इस सीट पर काफी कम मतों से जीत-हार के फैसले हुए हैं।
विजयी उम्मीदवारों का इतिहास
1957 मेहता कन्हैयालाल (कांग्रेस), 1962 श्री रामप्रकाश (एस.ओ.सी.), 1967 मेहता कन्हैयालाल (एस.एस.पी.), 1972 अभयसिंह (भा.रा.कां.), 1977 उदयसिंह पण्डया (जे.पी.), 1980 उदयसिंह पण्डया (भाजपा), 1985 अभयसिंह (कांग्रेस), 1990 उदयसिंह पण्डया (भाजपा), 1993 सुरेन्द्रसिंह सिसौदिया (भा.रा.कां.), 1998 वीरेन्द्रसिंह सिसौदिया (भा.रा.कां.), 2003 शांतिलाल धबाई (भाजपा), 2008 शांतिलाल धबाई (भाजपा)।

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