जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
रतलाम,6 मई (इ खबरटुडे)। जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान को लोकायुक्त पुलिस द्वारा पन्द्रह हजार रु.की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। चौहान ने जावरा के एक निजी स्कूल की मान्यता रद्द करने की धमकी देकर उक्त रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी शैलेन्द्र सिंह ठाकुर के अनुसार,जावरा के बन्नाखेडा में साई पब्लिक स्कूल का संचालन करने वाले सुखदेव पांचाल ने लोकायुक्त पुलिस को इस आशय की शिकायत की थी कि जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान ने स्कूल की मान्यता रद्द करने की धमकी देकर पचास हजार रु. की रिश्वत की मांग की है। लोकायुक्त को शिकायत किए जाने के बाद रिश्वत की राशि तीस हजार रु.तय हुई थी,जिसमें से पन्द्रह हजार रु. पूर्व में दे दिए गए थे और पन्द्रह हजार रु.देना शेष थे।
सुखदेव पांचाल ने अपनी शिकायत में बताया था कि उन्होने मंदसौर निवासी तीन बालकों को अपने स्कूल में प्रवेश दिया था। इन तीन बच्चों के पूर्व स्कूल संचालक द्वारा बच्चों का टीसी नहीं दिया जा रहा था। टीसी नहीं दिए जाने की शिकायत बच्चों के माता पिता ने मंदसौर के जिला शिक्षा अधिकारी को की थी। इसी मामले में मंदसौर के उक्त स्कूल संचालक ने रतलाम जिला शिक्षा अधिकारी को साई पब्लिक स्कूल के खिलाफ शिकायत की थी। इसी शिकायत को आधार बना कर रामेश्वर चौहान ने साई पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द करने की धमकी देते हुए रिश्वत की मांग की थी।
फरियादी सुखदेव पांचाल की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने आज घेराबंदी कर फरियादी सुखदेव को रिश्वत की राशि लेकर रामेश्वर चौहान को रिश्वत देने भेजा। दोपहर करीब दो बजे फरियादी सुखदेव पूर्व निर्धारित योजना अनुसार सायर चबूतरा स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय में पंहुचा और जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान को पन्द्रह हजार रु.की रिश्वत दी। सुखदेव का इशारा मिलते ही लोकायुक्त पुलिस के दल ने रामेश्वर चौहान को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। भ्रष्ट जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर चौहान को गिरफतार कर लिया गया है।