जब-जब देश को तोड़ने का प्रयास होता है तब-तक स्वयंसेवक सामाजिक समरसता का भाव मन में लेकर देश के लिए खड़ा रहता है
रतलाम,14जनवरी(ई खबर टूडे)।संघ का स्वयंसेवक जब जब देश पर और देश को तोड़ने का जब जब प्रयास होता है तब तब संघ का स्वयंसेवक सामाजिक समरसता का भाव मन में लेकर देश के लिए खड़ा रहता है देश को एवं हिंदू समाज को तोड़ने के लिए कई संस्थाओं कई माध्यमों से षड्यंत्र चला रहे हैं । उसमें संघ के स्वयंसेवको को राष्ट्रीयहित में एक अलग भूमिका के रूप में काम करना पड़ेगा यह बात ग्राम सालाखेड़ी में आयोजित कार्यक्रम में वीरेंद्र पाटीदार ने कही।
मकर संक्रांति के के पावन पर्व पर आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ,रतलाम जिले के नगरा उपखंड का संचलन ग्राम सालाखेड़ी में आयोजित किया गया ,जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वीरेंद्र पाटीदार का उद्बोधन प्राप्त हुआ एवं अध्यक्षता गांव के समाजसेवी कैलाश पटेल ने की.मकर संक्रांति पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म में मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास खत्म हो जाता है और शुभ कार्यों की शुरूआत हो जाती है। इसी के उपलक्ष्य में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। राशि बदलने के साथ ही सूर्य की दिशा भी बदल जाति है और ये दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। वीरेंद्र पाटीदार ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ का स्वयंसेवक हमेशा हर परिस्थिति में देश के लिए खड़ा होता है क्योंकि संघ के स्वयंसेवकों का इतना काम करने का एक ही कारण है कि भारत को परम वैभव पर ले जाना परम वैभव का अर्थ है कि भारतीय संस्कृति को पूरा विश्व माने।