May 19, 2024

छात्रों को मिलेगी अब क्यूआर कोड सहित डिजिटल मार्कशीट

राज्यपाल श्री कोहली ने किया मार्कशीट का अवलोकन

भोपाल,04 अप्रैल (इ खबरटुडे)।राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा अब विद्यार्थियों को सुरक्षा और क्यूआर कोड सत्यापन सुविधाओं के साथ डिजिटल मार्कशीट दी जायेगी। राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली ने आज राजभवन में डिजिटल मार्कशीट का अवलोकन किया।

तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल एवं श्रम राज्य मंत्री दीपक जोशी ने राज्यपाल को बताया कि विद्यार्थियों को जो डिजिटल मार्कशीट मिलेगी वह विश्वविद्यालय के पोर्टल www.rgpv.ac.in पर उनके व्यक्तिगत खाते में शामिल हो जायेगी। प्रत्येक सेमेस्टर के बाद डिजिटल प्रतिलिपि और अंतिम सेमेस्टर के रिजल्ट के बाद विद्यार्थियों को समेकित मार्कशीट की डिजिटल कापी प्राप्त होगी। विश्वविद्यालय सर्वर के माध्यम से दस्तावेजों को ऑनलाइन सत्यापित करने के लिये क्यूआर कोड होगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के परफार्मेंस की जानकारी भी अभिभावकों को ऑनलाइन दी जायेगी। श्री जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की डिग्री भी ऑनलाइन बनाने की प्रक्रिया चल रही है।

 

पी.एचडी. में नकल रोकने के लिये प्लेगोरिज्म साफ्टवेयर खरीदा जा रहा है

श्री जोशी ने बताया कि अभियान चलाकर वर्ष 2014 की 22 हजार 500 और 2015 एवं 2016 की लगभग 21 हजार डिग्री विद्यार्थियों को भेजी जा चुकी हैं। विगत दो वर्ष से लंबित 8 लाख 50 हजार मार्कशीट भी तैयार करवाकर संबंधित महाविद्यालयों को भेजी गई हैं। अब डिजिटल मार्कशीट होने के कारण विद्यार्थी कहीं से भी ऑनलाइन इसे प्राप्त कर सकेंगे। पी.एचडी. से संबंधित लंबित प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण किया गया है। पी.एचडी. में नकल रोकने के लिये प्लेगोरिज्म साफ्टवेयर खरीदा जा रहा है। विद्यार्थियों के फीडबेक और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद च्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को समाप्त कर पूर्व प्रचलित सिस्टम को यथावत रखा गया है। विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के छात्रों की ऑनलाइन अटेंडेंस को अनिवार्य किया गया है।

प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा एवं कुलपति राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने बताया कि शोध एवं अनुसंधान के लिये इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ स्वाइस साइंसेज एवं एप्को के साथ एमओयू किया गया है। विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाएँ अकादमिक केलेण्डर के अनुसार करवाई जा रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी।

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