November 23, 2024

चार दिन पूर्व क्यूट्रेक पर मिली लाश के मामले का पर्दाफाश

रतलाम,09 जुलाई (इ खबरटुडे)।चार दिन पूर्व सम्यक कालोनी के पीछे क्यूट्रेक पर मिली लाश के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोपी के गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार दोपहर को कंट्रोल रुम पर एसपी अविनाश शर्मा एवं एएसपी प्रशांत चौबे ने मामले की जानकारी देेते हुए बताया कि 5 जुलाई मंगलवार को सूचना प्राप्त हुई थी कि सम्यक कालोनी के पीछे रेलवे ट्रेक के ब्रिज पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ हैै।

सूचना मिलने पर सीएसपी विवेकसिंह चौहान, स्टेशन रोड थाना प्रभारी अजय सारवान, एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल मौके पर पहुंच गए थे। मृतक के सिर और आसपास चोंट के निशान थे, वहीं उसके कपड़े से एक चिट्ठी भी बरामद हुई थी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर स्टेशन रोड पुलिस ने इस मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज किया था।
मृतक की शिनाख्त नहीं,आरोपी गिरफ्तार
एसपी अविनाश शर्मा ने बताया कि यह अपने आप में अलग मामला है। इस प्रकरण में अभी तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है, लेकिन हत्या के आरोपी के पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम रामचंद्र भगवान लाल बागरी 35 वर्ष निवासी ग्राम मानपुरा थाना सितामउ है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दुश्मनों को फंसाने के लिए की निर्दोष की हत्या 
एसपी अविनाश शर्मा ने बताया कि आरोपी ने अपने दुश्मनों को फंसाने के लिए एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार आरोपी रामचंद्र आपराधिक प्रवृति का व्यक्ति है। 15 वर्ष पूर्व उसका विवाह हुआ था और उसके तीन बच्चे भी है। 25 मई 2014 को दुष्कर्म के  मामले में आरोपी सीतामउ थाने में बंद हुआ था और 16 माह तक जेल में बंद रहा। आरोपी को न्यायालय ने 10 साल की सजा से दंडित किया है और वर्तमान में वह जमानत पर था। आरोपी जब जेल में था तो उसकी पत्नी किसी और के साथ चली गई थी  और कुछ दिनों बाद  वापस आई तो उसने बताया कि वह विनोद कचनारा के साथ चली गई है। मार्च 2016 में आरोपी की पत्नी  फिर किसी के साथ भाग गई। आरोपी ने उसे काफी ढूंढने का प्रयास किया। इस दौरान उसे फोन लगाकर पत्नी के सबंध में अपनी साली विलम, साढू प्रभू बागरी, मकुन बागरी, विनोद कचनारा से बातचीत की, लेकिन किसी ने पत्नी के बारे में जानकारी नहीं दी।  विनोद द्वारा आरोपी रामचंद्र को तुलसीबाई नामक महिला का नम्बर दिया और कहा कि उसकी पत्नी तुलसीबाई के पास है। इसके बाद आरोपी ने तुलसीबाई से संपर्क किया तो उसने भी कोई जानकारी नहीं दी। आरोपी को शंका थी कि उपरोक्त सभी व्यक्तियों को उसकी पत्नी के सबंध में जानकारी है, लेकिन वे बता नहीं रहे है। आरोपी ने इस सभी व्यक्तियों को फंसाने का सोचा ।
औरत बेचने वाली गैंग बताया 
आरोपी ने उपरोक्त सभी लोगों को फंसाने के लिए भागोर निवासी अपने एक मित्र से एक चिट्ठी लिखवाई जिसमें उसने विनोद, प्रभू, मुकुन, तुलसीबाई आदि का नाम और मोबाइल नम्बर लिखवाया और नीचे मनगंढत कहानी बनाकर इन सभी को औरत बेचने वाली गैंग का सदस्य बताया। पत्र में लिखा कि मैं 80 हजार रुपए लेकर जा रहा हू औरयह लोग मुझे एक औरत देने की बात कह रहे है। मेरे साथ धोखा नहीं हो जाए इसलिए मैं एक चिट्ठी लिखकर जेब में रख रहा हूं। चिट्ठी में लिखने वाले का नाम नहीं लिखा गया।
मारकर मृतक की जेब में रखी चिट्ठी
अपनी योजना के अनुसार आरोपी 29 जून को रतलाम आ गया। आरोपी योजना के अनुसार रतलाम रेलवे स्टेशन पर किसी ऐेसे व्यक्ति की तलाश करता रहा, जिसे  मारकर वह उसके कपड़ो में यह चिट्ठी रख दे,  जिससे उसकी पत्नी के बारे में जानकारी नहीं देने वाले उसके दुश्मन फंस जाए। 4 जुलाई को आरोपी के रेलेवे स्टेशन पर एक व्यक्ति मिला, जिसे उसने मजदुरी साथ में करने का कहकर अपने साथ लिया। वह उसे लेकर क्यू ट्रेक पुलिया पर पहुंचा और बबूल की लकड़ी से मारपीट कर उसकी हत्या कर दी और उसकी जेब में चिट्ठी रखकर वापस रेलवे स्टेशन आकर सो गया। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में भी आरोपी और मृतक के फुटेज पाए गए।
चिट्ठी ने पहुंचाया आरोपी तक 
एसपी अविनाश शर्मा ने बताया कि मृतक की जेब से मिली चिट्ठी से ही आरोपी तक पहुंच सकें। चिट्ठी में मिले मोबाइल नम्बरों का विश्लेषण करने पर एक ऐसा नम्बर मिला जो कि अधिकाश मोबाइल नम्बर से हुई बातचीत में कामन निकला। साइबर सेल ने जब उक्त नम्बर को पता लगाया तो वह आरोपी की पत्नी का निकला। इसके बाद पुलिस ने वैज्ञानिक विश्लेषणों के आधार पर जांच को आगे बढाया और आरोपी तक पहुंच गए।

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