‘चंद शब्दों में निकला श्रद्धालुओं की प्यास का हल’
प्रभारी मंत्री ने इशारों-इशारों में कलेक्टर को व्यवस्था बता दी
उज्जैन,13अप्रैल (इ खबरटुडे)।मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की प्यास के लिये ढेरों प्याऊ लगेंगे। इसके विपरीत शहरी क्षेत्र में रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैण्ड और सेटेलाइट टाउन से लेकर अन्य स्थलों तक श्रद्धालुओं की प्यास कैसे बुझे? इस पर प्रभारी मंत्री ने गौर किया।
उन्होंने इसे लेकर कलेक्टर से सवाल किया। कलेक्टर की प्रश्नभरी नजरें देखकर खुद ही जवाब भी दिया और कहा तमाम होटलें बनी हैं, महंगे कमरे हैं, इनसे पानी पिलाने की सेवा भी ली जाये। चंद शब्दों में राज छुपा था। तत्काल ही राहगीर श्रद्धालुओं की प्यास का हल सामने आ गया।
दो दिन पूर्व प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों की बैठक ली थी। इस बैठक में प्याऊ का मुद्दा भी सामने आया। शहरी क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की प्यास को लेकर प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने चिंता जताई। इस पर अधिकारी कोई हल नहीं बता सके। फिर क्या था, प्रभारी मंत्री ने ही दो टूक शब्दों में हल भी निकाल दिया। इसके बाद प्रभारी मंत्री पुलिस अधीक्षक एम.एस. वर्मा से मुखातिब हुए।
शहरी क्षेत्र में तैनात पुलिस जवान गर्मी में तपते रहते हैं,छातों की व्यवस्था करें
उनसे कहा मेला क्षेत्र में तो ठीक है शहरी क्षेत्र में तैनात पुलिस जवान गर्मी में तपते रहते हैं, सीधे सूर्य माथे पर तमतमाता रहता है। इनके लिये छातों की व्यवस्था करें। बजट हो तो ठीक है और लगे तो बता देना। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने बेरिकेटिंग व्यवस्था में बल्ली के स्थान पर बांस उपयोग करने पर सवाल खड़ा किया। जवाब मिला लोक निर्माण विभाग ही बेरिकेटिंग में बांस लगाकर दे रहा है। प्रभारी मंत्री ने यह कहते हुए स्थिति साफ कर दी कि अगर आपको बल्ली की जरूरत है तो आप इसकी खरीदी कर लें, बजट और मिल जायेगा। व्यवस्था पुख्ता की जाये।