November 16, 2024

चंद्रग्रहण का असर महाकाल की भस्मार्ती पर, श्रावण माह के पहले दिन भस्मार्ती देर से होगी

उज्जैन,26 जुलाई (इ खबरटुडे)।शुक्रवार –शनिवार के दरमियान रात्रि को होने वाले चंद्रग्रहण का असर भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण मास के पहले दिन होने वाली भस्मार्ती पर होने वाला है। भगवान की भस्मार्ती ग्रहण से प्रभावित हो रही है इसके चलते भस्मार्ती के समय में परिवर्तन किया गया है।28 जुलाई को प्रातः भगवान के पट ग्रहण काल समाप्त होने के बाद ही खोले जावेगे। ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिर की शुद्धि होगी। उसके पश्चात ही भस्मार्ती की पूजन प्रारम्भ होगी।

27 जुलाई शुक्रवार आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को चन्द्रग्रहण रहेगा। यह ग्रहण रात्रि 11:54 से आरंभ होगा तथा मोक्ष रात्रि 03:49 बजे होगा। कुल पर्व 3 घण्टा 55 मिनट का रहेगा ग्रहण काल का सूतक (वेध) दोपहर 03:55 बजे से प्रारम्भ होगा। श्रावण मास होने पर श्री महाकालेष्वर के पट रात्रि 03 बजे खोले जाते है। परन्तु ग्रहण काल होने के कारण 28 जुलाई को प्रातः भगवान के पट ग्रहण काल समाप्त होने के बाद ही खोले जावेगे। ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिर की शुद्धि होगी। उसके पश्चात ही भस्मार्ती की पूजन प्रारम्भ होगी।

चन्द्रग्रहण को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर समिति के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें गर्भगृह निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव को श्री महाकालेश्वर भगवान के पट प्रातः 04:30 के लगभग खोलने हेतु तथा साथी कर्मचारियों के साथ मोक्ष पश्चात स्नान कर गर्भगृह धुलवाने हेतु आदेशित किया गया है । इसके अतिरिक्त भस्मार्ती प्रभारी अशोक लाडगे को भस्मार्ती में आने वाले दर्शनार्थियों को ग्रहण समाप्ति के पश्चात प्रवेश दिये जाने तथा स्नान उपरान्त ही मंदिर में प्रवेश करने की सविनय अपील करने व दर्शनार्थियों को जल चढाने के लिए 04:45 के लगभग प्रवेश देने एवं भस्मार्ती व्यवस्था में कार्यरत कर्मचारियों को ग्रहण समाप्त होने के उपरान्त स्नान कर मंदिर में प्रवेश करने हेतु आदेशित किया गया है।

श्रीमती यशोदा शर्मा एवं श्रीमती गायत्री शर्मा सहायक को ग्रहण मोक्ष के बाद भोग कक्ष को शुद्ध कर प्रातःआरती में भोग की व्यवस्था हेतु आदेशित किया गया है। इसी प्रकार मनीष पांचाल प्रभारी कोठार व सहायक उमेश तिवारी को ग्रहण पर पूजन संबंधी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। इसी प्रकार श्री महाकालेश्वर निःशुल्क अन्नक्षेत्र प्रभारी मिलिन्द वैद्य को 27 जुलाई कों ग्रहण सूतक काल में निःशुल्क अन्नक्षेत्र दोपहर 03.55 से बन्द करने हेतु आदेशित किया गया है।

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