ग्रामीण विकास कार्यों के लिए राशि की कमी नहीं – रमेश
33 करोड़ रूपए लागत की 30 सड़कों का शिलान्यास किया
रतलाम 10 मार्च (इ खबरटुडे)। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि मध्यप्रदेश में ग्रामीण विकास के कार्यों के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।श्री रमेश शनिवार को यहां 33 करोड़ 33 लाख 23 हजार रूपए लागत की 30 सड़कों के शिलान्यास के मौके पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इन सड़कों का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया जाएगा।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार का यह दायित्व है कि वह विकास कार्यों के लिए राज्यों को राशि उपलब्ध कराए। राज्य सरकारें यह सुनिश्चित करती हैं कि इस राशि का सही उपयोग किया जाए। किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर हालाकि केन्द्र सरकार द्वारा जांच कराई जा सकती है किन्तु दोषियों के विरूध्द कार्यवाही करने में राज्य सरकारें ही सक्षम है। उन्होंने कहा कि मनरेगा व अन्य योजनाओं के बारे में शिकायत मिलने पर राज्य सरकारों से कार्यवाही के लिए अनुरोध किया जाता है। श्री रमेश ने स्पष्ट किया कि संवैधानिक ढ़ांचे के अनुरूप केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच अधिकारों औरर् कत्तव्यों में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि केन्द्र द्वारा राज्य सरकारों को योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए दी जाने वाली धनराशि वस्तुत: जनता की होती है और केन्द्र और राज्य दोनों सरकारों से यह अपेक्षित है कि इस धनराशि का सही ढंग से इस्तेमाल हो। श्री रमेश ने विश्वासपूर्वक कहा कि यदि केन्द्र और राज्य सरकारें गंभीरता से ले तो आने वाले दो-तीन वर्षों में जनता के लिए दी जाने वाली शत-प्रतिशत राशि पूरी की पूरी जनता तक पहुंचेगी। हमारे पास ऐसे तंत्र,नीति और सुझाव है जिन पर अमल करने से इसे संभव बनाया जा सकता है। श्री रमेश ने आपका पैसा आपके हाथ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत आम आदमी को पेंशन अथवा अन्य जनहितैषी योजनाओं में दी जाने वाली राशि सीधे उनके दरवाजे तक पहुंचाई जाएगी और इसमें किसी बैंक या किसी पोस्ट आफिस की भूमिका नहीं होगी। उन्होंने बताया कि यह योजना मध्यप्रदेश के हरदा, होशंगाबाद व खण्डवा जिले में इस साल के अन्त तक लागू होगी। केन्द्रीय मंत्री श्री रमेश ने राष्ट्रीय आजीविका मिशन के परिप्रेक्ष्य में बताया कि केन्द्र सरकार के इस मिशन के अन्तर्गत अगले पांच साल में बड़ी संख्या में महिला स्व-सहायता समूहों का गठन किया जाएगा और देश के हर गरीब परिवार की एक महिला समूह की सदस्य होगी। उन्होंने इसे महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण कदम बताया।उन्होंने कहा कि देश के जिन क्षेत्रों में महिला स्व-सहायता समूह सही मायनों में सक्षम बने हैं वहां परिदृश्य में क्रान्तिकारी परिवर्तन आया है।श्री रमेश ने उम्मीद जताई कि ऐसे परिवर्तन मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी आएंगे। उन्होंने पंचायतों को लोकतंत्र की जड़ें बताते हुए कहा कि पंचायतों को और अधिक शक्तिशाली बनाया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि ग्राम,जनपद और जिला पंचायत के मजबूत होने पर ही लोकतंत्र मजबूत बनता है और विकेन्द्रीकरण की संकल्पना साकार होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सांसद कान्तिलाल भूरिया ने कहा कि वे मध्यप्रदेश में विकास कार्यों के लिए राशि मुहैया कराने की दिशा में सतत प्रयत्न करते रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं में समय-समय पर बड़ी राशियां केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई। श्री भूरिया ने योजना क्रियान्वयन में गड़बड़ियों की शिकायतों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे मामलों की जांच कराई जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि गरीब का पैसा उस तक पहुंचने में बाधक बनने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। श्री भूरिया ने केन्द्रीय मंत्री श्री रमेश से अपेक्षा की कि वे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण के लिए सौ करोड़ रूपए की राशि और मंजूर करें।इसी प्रकार उन्होंने इन्दिरा आवास योजना के अन्तर्गत दो हजार और आवासों की मंजूरी की जरूरत बताई। सांसद श्री भूरिया ने कहा कि हर किसान के खेत में कुआं खोदा जाना चाहिए। इस संबंध में प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को आगे आकर योजनाओं का फायदा लेना चाहिए।
इस अवसर पर उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद प्रेमचन्द गुड्डू ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में तीन सौ किलोमीटर लम्बाई की सड़कें मंजूर की गई है जिनमें से 75 प्रतिशत में कार्य भी आरंभ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब किसानों की बेहतरी के लिए उनके खेतों में कुएं खोदने के लिए केन्द्र सरकार ने बड़ी राशि मंजूर की है। उन्होंने सचेत किया कि इन योजनाओं में गरीबों तक लाभ पहुंचाने में रूकावट को बर्दाश्त नही किया जाएगा। निर्धन व्यक्तियों के हित में बाधक बनने वालों के विरूध्द कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए। श्री गुड्डू ने ग्रामीण अंचलों का दौरा कर गरीब ग्रामीणों की समस्याओं की सुध लेने पर केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश के प्रति आभार भी ज्ञापित किया।सांसद श्री गुड्डू ने गरीब किसानों और आदिवासियों के विकास के लिए पुरजोर प्रयास की आवश्यकता को रेखांकित किया।
समारोह में सैलाना क्षेत्र के विधायक प्रभुदयाल गेहलोत ने सैलाना क्षेत्र में कम जनसंख्या वाले ग्रामों को जोड़ने के लिए प्रस्तावित 28 सड़कों की मंजूरी की जरूरत बताई। उन्होंने क्षेत्र में पेयजल समस्या के निराकरण की भी मांग की। रतलाम ग्रामीण क्षेत्र की विधायक श्रीमती लक्ष्मीदेवी खराड़ी ने क्षेत्र में किसानों से जुड़ी समस्याओं को स्वर दिया।साथ ही सिंचाई तालाबों के निर्माण की जरूरत बताई। इस मौके पर श्रीमती कोमल धुर्वे ने केन्द्रीय मंत्री श्री रमेश से जिले के ग्रामीण अंचलों में विकास की सौगात देने की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने कई तालाबों के जीर्णोध्दार की आवश्यकता भी बताई।
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 33 करोड़ 33 लाख 23 हजार रूपए लागत की 30 सड़कों का विधिवत शिलान्यास किया। मुख्य महाप्रबंधक श्री ए.डी.कपाले ने प्रदेश और रतलाम जिले में सड़कों के निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी दी। डा.राजेश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया।इस अवसर पर रतलाम नगर विधायक पारस सकलेचा, जीतू पटवारी, खुर्शीद अनवर, जावरा विधायक प्रतिनिधि कीर्तिशरण्ासिंह,नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विमल छिपानी, हर्ष विजय गेहलोत, पार्षद श्रीमती अदिति दवेसर तथा अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन आशीष दशोत्तर ने किया तथा पूर्व मंत्री घनश्याम पाटीदार ने अतिथियों का आभार माना।