ग्यारह विधायकों के इस्तीफे के बाद कर्नाटक सरकार पर मंडराए खतरे के बादल
बेंगलुरू,06 जुलाई (इ खबरटुडे)।कर्नाटक में शनिवार को कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन सरकार के ग्यारह विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस से आठ और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर के.आर. रमेश कुमार को सौंप दिया है।
उधर, विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कर्नाटक-जेडीएस के बागी विधायकों ने बेंगलुरू में राजभवन जाकर राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की। कांग्रेस के जिन विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा है, उनमें पूर्व गृह मंत्री और सात बार के विधायक रामलिंगा रेड्डी, रमेश जर्किलोही, महेश कुमाथहल्ली, एसटी सोमशेखर, बीए बसावराज, बीसी पाटिल, प्रतापगौड़ा पाटिल और शिवराम हेबर हैं। विधानसभा स्पीकर कार्यालय ने इस बात की पुष्टि की है।
जबकि, जेडीएस के तीन विधायक हैं- एएच विश्वनाथ, जिन्होंने पिछले महीने पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके अलावा, के. गोपालियाह और नारायण गौड़ा हैं।एच. विश्वनाथ ने कहा- कर्नाटक के कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में राज्य सरकार के खिलाफ 14 विधायकों ने अब अपना इस्तीफा दिया है। हम राज्यपाल से भी मिले। हमने स्पीकर को लिखते हुए अपना इस्तीफा स्वीकार करने के लिए कहा है। गठबंधन सरकार कर्नाटक की जनता के उम्मीदों को पूरा नहीं कर पा रही है।