गर्भवती माताओं की जांच पर विशेष ध्यान दिया जाए : डा. लक्ष्मी बघेल
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाऐं द्वारा स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा
रतलाम 19 फरवरी(इ खबर टुडे)। क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाऐं उज्जैन संभाग डा. लक्ष्मी बघेल ने विरियाखेडी स्थित जिला प्रशिक्षण केंद्र पर बीएमओ, बीईई, बीपीएम, बीसीएम, सुपरवायजर द्वारा किए जा रहे स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में सीएमएचओ डा. प्रभाकर ननावरे ने स्वास्थ्य कार्यक्रमो की अब तक की उपलब्धि की जानकारी दी।
डा. लक्ष्मी बघेल ने कहा कि मैदानी कार्यकर्ता क्षेत्रों की गर्भवती माताओं की गर्भावस्था के समय पूरी जांच और परीक्षण करें। उन्होने बताया कि 19 वर्ष से कम उम्र में गर्भधारण, चार से अधिक बच्चे, प्रथम प्रसव, खून की कमी, 30 वर्ष से अधिक आयु में गर्भधारण, माता का रक्त आर.एच. नेगेटिव होना, ऊंचाई 145 सेमी से कम , वजन 40 किलो से कम अथवा 60 किलो से अधिक होना, उच्च रक्तचाप, डायविटीज, टीबी आदि गंभीर रोग से पीड़ित होना, झटके आना, अधिक रक्तस्राव होना, पैरों में सूजन आदि खतरे के लक्षण हैं स्थित ऐसी सभी गर्भवती माताओं को हाईरिस्क के रूप में चिन्हित किया जाए और सभी आवश्यक सेवाऐं प्रदान की जाए।
सभी सुपरवाईजर इसकी नियमित मानिटरिंग करें। प्रसूति संबंधी योजनाओं में लाभ प्रदान करने के लिए गर्भावस्था के समय ही महिलाओं के खाता नंबर आदि की जानकारी ले ली जाए ताकि समय पर भुगतान किया जा सके।
डा. लक्ष्मी बघेल ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की जिसमें शहरी क्षेत्रों की उपलब्धि कम पाई गई स्थित उन्होने दो बच्चों के बीच अंतर रखने और परिवार कल्याण कार्यक्रम की लक्ष्यपूर्ति के निर्देश दिए। सीएमएचओ ने स्पष्ट किया कि लक्ष्यपूर्ति ना करने वाले कर्मचारियों की वेतनवृद्वि रोकी जाएगी।
बैठक में सहायक सांख्यिकी अधिकारी विजय गोठवाल, आर.सी. सोनी, सुश्री सलोनी मेहता बायो मेडिकल उपकरण इंजीनियर, डीपीएम डा. अजहर अली, डा. प्रमोद प्रजापति, राकेशसिंह, आनंदीलालजैन,आशीष चौरसिया, श्रीमती सरला कुरील, डा. देवेन्द्र मौर्य, डा.शैलेष डांगे, डा.प्रतिभा शर्मा, अन्य अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।