गडबडियों से परेशान धामनोद निवासियों ने पटवारी के तबादले की मांग को लेकर कलेक्टर को दिया ज्ञापन
रतलाम,09 सितम्बर (इ खबरटुडे)। ग्राम धामनोद के निवासी राजस्व रेकार्ड की गडबडियों से खासे परेशान है। राजस्व रेकार्ड की गडबडियों के चलते धामनोद के करीब सात सौ आदिवासी किसानों को आज तक प्रधानमंत्री सम्माननिधि की राशि नहींं मिल पाई है। राजस्व नक्शों में भी भारी गडबडियां है। इन्ही सारी परेशानियों के चलते धामनोद के किसानों ने पटवारी मनोहर राठौर के तबादलें की मांग को हेकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
कलेक्टर को सम्बोधित ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि पटवारी मनोहर राठौड ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि के लिए आवश्यक दस्तावेजों को आज तक आनलाइन नहीं किया है। इस वजह से सात सौ आदिवासी किसानों और कई सामान्य वर्ग के किसानों को भी प्रधानमंत्री सम्मान निधि की राशि नहीं मिल पाई है। जबकि अन्य स्थानों के किसानों को दो-दो हजार रु. की छह किश्तें मिल चुकी है।
ज्ञापन में कहा गया है कि धामनोद से नई दिल्ली मुवई एटलेन रोड निकल रहा है। इस वजह से नक्शे में हेरफेर और जमीनों के नामान्तरण पर रोक लगी हुई है। इसके बावजूद पटवारी ने अवैध तरीकों से नामान्तरण करवा कर जमीनों के सौदे करवाए है। इसकी शिकायत पूर्व में कलेक्टर को की जा चुकी है। इन शिकायतों की जांच की जा रही है। ज्ञापन मेंं बताया गया है कि धामनोद नगर की कृषि भूमियों के नक्शे आज तक आनलाइन नहीं किए गए है और पुराने सर्वे न. डालने पर जो नक्शे सामने आते है वे त्रुटिपूर्ण तथा अस्पष्ट है। आनलाईन रेकार्ड नहीं है और राजस्व रेकार्ड मे भारी गडबडियां की गई है। इन आरोपों के लेकर किसानों द्वारा की गई शिकायत की जांच एडीएम जमुना भिडे द्वारा करवाई जा रही है। किसानों ने इन समस्याओं से क्षेत्रीय विधायक दिलीप मकवाना और सांसद गुमानसिंह डामोर को भी अवगत करवाया है।
ज्ञापन में किसानों ने मांग की है कि पटवारी मनोहर राठौड के खिलाफ कई शिकायतों की जांच की जा रही है और ऐसे में उनका वर्तमान पदस्थापना पर रहने से वे जांच को प्रभावित कर सकते है। ऐसी स्थिति में निष्पक्ष जांच के लिए उनका तबादला आवश्यक है। ज्ञापन में पटवारी के अविलंब तबादले की मांग की गई है।