December 25, 2024

कोरोना का कहर,सख्ती से सुनसान हुई शहर की सड़कें,चार कोरोना संदिग्धों के सैम्पल लिए

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रतलाम,24 मार्च (इ खबरटुडे)। कोरोना का कहर अब बढता ही जा रहा है। जनता कफ्र्यू की सफलता के बाद हुआ लाक डाउन को लोगों द्वारा गंभीरता से नहीं लिए जाने के चलते अब प्रशासन ने इसे सख्ती से लागू करवाना शुरु कर दिया है। प्रशासन की सख्ती के चलते मंगलवार को शहर की सड़कें सुनसान रही। इसी बीच रतलाम में कोरोना के चार संदिग्ध पाए जाने की खबर है। इन चार कोरोना संदिग्धों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गए है।
लाक डाउन को सख्ती से लागू कराने के लिए मंगलवार को पुलिस द्वारा शहर के प्रत्येक चौराहे पर बैरिकेटिंग लगा दी गई। चौराहों से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ की जा रही थी और बिना उचति कारण के घूमने वालों के वाहन जब्त किए जा रहे थे। पुलिस की सख्ती के चलते दोपहर बाद शहर की सड़कें पूरी तरह सुनसान दिखाई दे रही थी। सड़कों पर केवल प्रशासन पुलिस और मीडीया के लोग और उनके वाहन ही चल रहे थे।

पुलिस की इस सख्ती के कारण कई ऐसे लोगों को भी परेशानियां झेलना पडी,जो आवश्यक कामों से घरों से निकले थे। दोपहर बाद स्टेशन रोड पुलिस थाने के बाहर करीब एक दर्जन लोगों का जमावडा लगा हुआ था। ये सब वो लोग थे,जिनके वाहन पुलिस ने जब्त कर लिए थे। इनमें से कुछ तो ऐसे थे जो बेहद जरुरी और उचित कारण से बाहर निकले थे,फिर भी पुलिस की सख्ती का शिकार बन गए।
ग्राम ढिकवां निवासी विजय भूरिया की भाभी जीवांश अस्पताल में भर्ती है। वह अपनी भाभी के पास रुपए पंहुचाने ढिकवां से रतलाम आया था। रतलाम शहर में प्रवेश पर तो उसे नहीं रोका गया,लेकिन शहर के भीतर आने पर पकड लिया गया। उसने पुलिसकर्मियों को बताया कि वह अस्पताल के काम से आया है,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
नीमच की एक निजी फर्म में कार्यरत रतलाम निवासी यश कटारिया नीमच से रतलाम पंहुचा था। लाकडाउन हो जाने के बाद नीमच में उसे रहने खाने की समस्या हो रही थी। नतीजतन वह अपने दोपहिया वाहन से रतलाम पंहुचा था। रतलाम प्रवेश पर उसे किसी ने नहीं रोका,लेकिन शहर में आने के बाद पकड लिया गया। उसका वाहन जब्त कर उसे अस्पताल में चैकअप कराने के लिए कहा गया। वह पैदल अस्पताल पंहुचा। जांच में उसे पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। वह फिर से पैदल थाने पर लौटा,लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। एक अन्य व्यक्ति का एक चौराहे पर एक हजार रु. का चालान बना दिया गया। अगले ही चौराहे पर उसे फिर रोका गया। उसने चालान की रसीद भी दिखाई,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसका वाहन भी जब्त कर लिया गया। शहर में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।

चार संदिग्धों के सैम्पल लिए

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार,अब तक चार कोरोना संदिग्ध पाए गए हैं। इन सभी के सैम्पल ले लिए गए हैं और इन्हे जांच के लिए इन्दौर भेजा जा रहा है। इसकी रिपोर्ट दो दिनों के भीतर मिलने की उम्मीद है।

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