May 6, 2024

किसानों की आय दोगुना करने का बनेगा रोडमेप

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये दिशा-निर्देश
 
भोपाल,19फरवरी(इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्ष 2022 तक प्रदेश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने का रोडमेप बनाया जायेगा। इसका नोडल विभाग किसान-कल्याण एवं कृषि विकास रहेगा तथा इसमें उद्यानिकी, पशु चिकित्सा आदि विभाग शामिल रहेंगे।

आगर में बनेगा कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर 
उन्होंने कहा कि कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर आगर में बनाया जायेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें व्यापक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, कृषि उत्पादन आयुक्त पी.सी. मीणा, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव पशुपालन प्रभांशु कमल, प्रमुख सचिव उद्यानिकी अशोक वर्णवाल आदि अधिकारी उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में देश में अग्रणी रहेगा-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के किसानों की आय 2022 तक हर हाल में दोगुनी करना है। इसके लिये सभी जरूरी कदम उठाये जायें। इसका पूरा रोडमेप शीघ्र तैयार किया जायें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में देश में अग्रणी रहेगा। सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लायी जाये।
 किसानों की आमदनी बढ़ाने में उद्यानिकी की महत्वपूर्ण भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना भारत शासन का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में स्वाईल हेल्थ कार्ड बनाने का काम और तेज किया जाये। इसमें भी देश में पहला स्थान हासिल करना है। इस कार्य में कृषि विज्ञान केंद्रों की मदद ली जाये। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने में उद्यानिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उद्यानिकी कार्यक्रमों का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से सुनिश्चित किया जाये। विभाग के मैदानी अधिकारियों का उन्मुखीकरण किया जाये।
इस वर्ष मृदा परीक्षण के लिये 8 लाख नमूने लिये जाने का लक्ष्य
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर आगर में बनाया जायेगा। इसका काम शीघ्र शुरू किया जाये। उन्होंने कृषि विभाग से जुड़े अन्य कार्यक्रम की भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान बताया गया कि इस वर्ष मृदा परीक्षण के लिये 8 लाख नमूने लिये जाने का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध 4 लाख 32 हजार नमूने लिये जाकर उनका विश्लेषण किया जा चुका है।

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