किन्नर अखाड़े का ध्वजारोहण
सागर की कमला बुआ अखाड़ा प्रमुख घोषित
उज्जैन,14 अक्टूबर(इ खबरटुडे)। सिंहस्थ-2016 में किन्नर अखाड़ा भी शामिल होगा। किन्नर अखाड़े का आध्यात्मिक वाटिका हासामपुरा में मंगलवार को घटस्थापना के साथ ध्वजारोहण किया गया। इससे पूर्व विधि-विधान से यहां पूजा-पाठ किया गया। सागर की कमला बुआ को देशभर के किन्नर प्रमुख नायकों की उपस्थिति में वर्तमान अखाड़ा प्रमुख घोषित किया गया। ध्वजारोहण के उपरांत किन्नरों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर और सिंहस्थ मेला अधिकारी से मिला, उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है।
हासामपुरा पहाड़ी पर स्थित आध्यात्मिक वाटिका में किन्नर अखाड़े के गठन ने मंगलवार को साकार रुप ले लिया। देशभर के किन्नरों के प्रमुख नायक गुरु एवं शिष्य यहां आये हुए हैं। उन्हीं की उपस्थिति में अखाड़े की स्थापना की गई। इसे ऐतिहासिक पहल की संज्ञा दी गई है। अन्य सनातनी अखाड़ों की भांति धर्म-धरण करते हुए विधि-विधान से नवरात्र के प्रारंभ दिवस पर अखाड़े की घटस्थापना कर किन्नरों ने ध्वजारोहण किया। किन्नरों के ईष्ट देवता अद्र्धनारीश्वर एवं ईष्ट देवी महाबहुचरा के संरक्षण के तहत ध्वजारोहण किया गया। अखाड़े पर पहली ध्वजा का आरोहण देशभर से आये किन्नर गुरुओं और प्रमुख शिष्यों की उपस्थिति में किया गया। सुबह 7 बजे से ही स्थापना मुहूर्त प्रारंभ हुआ। पंडित ने धार्मिक रीति-रिवाज के साथ दोपहर तक स्थापना के कार्य करवाये। यहां भोजन-प्रसादी भी आगंतुक को ग्रहण करवाई गई। रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया गया।
10 में से 6 दिशाओं के पीठाधीश्वर नियुक्त
वर्तमान में किन्नर अखाड़ा प्रमुख कमला बुआ की घोषणा के साथ ही सभी प्रमुख नायकों ने मिलकर 10 में से 6 दिशाओं के पीठाधीश्वर नियुक्त किये हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये किन्नर नायक एवं गुरुओं की सहमति से शाल ओढ़ाकर उनकी घोषणा की गई। इसमें आरती गुरु उत्तराखंड के लिये, पायल गोस्वामी राजस्थान, संतोषी बिहार, बुलबुल माई हरियाणा, पायल माई महाराष्ट्र, विद्या छत्तीसगढ़ के पीठाधीश्वर नियुक्त किये गये।
मांग-पत्र सौंप भूमि आवंटन का पक्ष रखा
दोपहर में अखाड़े के लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी की अगुवाई में कमला बुआ और देशभर से आये किन्नरों के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर कवीन्द्र कियावत एवं सिंहस्थ मेला अधिकारी अविनाश लवानिया से मुलाकात की। उन्होंने कलेक्टर और मेला अधिकारी को अपनी ओर से मांग पत्र सौंपा। इसमें महाकुंभ में भूमि आवंटन सहित अन्य मुद्दों को लेकर मांग रखी है।