कालोनियों की जांच के चलते सांसद प्रतिनिधि की दावेदारी खतरे में
कई गडबडियां है सांसद प्रतिनिधि द्वारा काटी गई कालोनियों में
रतलाम,30 सितम्बर(इ खबर टुडे)। जिला प्रशासन द्वारा शहर की वैध अवैध कालोनियों की जांच के कारण कांग्रेस टिकट के एक दावेदार की दावेदारी खतरे में पडती नजर आ रही है। स्वयं को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट का प्रबल दावेदार बता रहे उक्त नेता शहर के बडे भू माफियाओं में से एक है और उनके द्वारा काटी गई अनेक वैध अवैध कालोनियों में कई सारी गडबडियां है। ऐसे में प्रशासन द्वारा की जा रही जांच उनके राजनैतिक कैरियर पर ग्रहण लगा सकती है।
विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ दोनो प्रमुख पार्टियों में टिकट का दावा करने वाले नेताओं की भरमार हो गई है। कांग्रेस में दावेदारों की तादाद बहुत ज्यादा है। कांग्रेस टिकट के प्रमुख दो चार दावेदारों में से एक सांसद प्रतिनिधि अनिल झालानी है। पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव लड चुके श्री झालानी अभी हाल ही में कांग्रेस में आए और अपने प्रबन्धन के बल पर सीधे सांसद प्रतिनिधि बन गए। बसपा के टिकट पर चुनाव लडकर तो श्री झालानी एक हजार वोटों का आंकडा भी नहीं छू पाए थे। लेकिन इस चुनाव में वे स्वयं को टिकट का प्रबल दावेदार बता रहे है। वे स्वयं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया को नजदीकी मानते है और इसी आधार पर खुद को टिकट का सबसे मजबूत दावेदार बताते है।
लेकिन जिला प्रशासन द्वारा शुरु किए गए वैध व अवैध कालोनियों की जांच के अभियान से उनकी दावेदारी खतरे में पडती नजर आ रही है। जानकार सूत्रों के मुताबिक श्री झालानी की अब तक की छबि किसी नेता की न होकर भू माफिया और कालोनाइजर की ही रही है। उन्होने शहर में कई कालोनियां काटी है। और इनमें से अधिकांश कालोनियों में दुनियाभर की गडबडियां है। जमीनों के गोरखधन्धे में उनके विरुध्द कई आपराधिक प्रकरण भी दर्ज हुए है। उनके द्वारा काटी गई कालोनियों के रहवासी तमाम दिक्कतें झेल रहे है। कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं का पूरी तरह से अभाव है।
ऐन चुनाव से पहले जिला प्रशासन द्वारा कालोनियों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के आधार पर उनकी जांच शुरु की गई है। इस जांच अभियान में कांग्रेस के टिकट की दावेदारी कर रहे श्री झालानी की कालोनियों की अवैधानिकताएं अगर सामने आने लगी तो निश्तित तौर पर उनकी दावेदारी खतरे में पड जाएगी। वैसे भी कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी ऐसे व्यक्ति को टिकट नहीं देना चाहेगी,जिस पर जमीनों की बंदरबांट के तमाम आरोप लगे हो और जांच में सामने आ चुके हो। मजेदार तथ्य यह भी है कि कांग्रेस के एक और प्रमुख दावेदार शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा भी आपराधिक प्रकरणों से घिरे हुए है। कुछ ही दिनों पूर्व उन पर अपने ही कालेज के एक छात्र के साथ बेदर्दी से मारपीट करने के मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ है।