April 30, 2024

कार में मिला सेवानिवृत्त अधिकारी की बेटी का शव

दोस्तों के साथ निकली थी

इंदौर ,13 दिसम्बर(इ खबरटुडे)।दो कारोबारी दोस्तों के साथ खाना खाने के लिए निकली रिटायर्ड फारेस्ट अफसर की बेटी की संदिग्ध हालत में रात को मौत हो गई। सुबह 10.30 बजे दोनों दोस्त कार में लाश लेकर थाने पहुंचे। दोनों का कहना है कि वे रातभर लाश को पिछली सीट पर लेकर घूमते रहे और उन्हे उसकी मौत का पता सुबह लगा।

द्वारकापुरी पुलिस के अनुसार महेश नगर में रहने वाली 35 वर्षीय सुषमा पिता नरेन्द्र अवस्थी की लाश कार (एमपी-09-सीटी-6979) में लेकर उसके दोस्त मनोज वाधवानी निवासी सुदामानगर और कैट निवासी जय किशन कुरील थाने पहुंचे। मनोज ने पुलिस को जैसे ही कार में लड़की की लाश है तो पुलिसवालों के भी होश उड़ गए। वे कार के पास पहुंचे और फिर पड़ताल के बाद कार जिला अस्पताल भिजवाई। मनोज कन्फेशनरी कारोबारी है और जय फैब्रीकेशन कारोबारी। जय के पिता केट में नौकरी करते हैं।

चलती कार में पीते रहे शराब

बकौल मनोज मैं और सुषमा बहुत अच्छे फ्रेंड हैं। उसका मुझे शाम को फोन आया था कि खाना खाना चाहती है और दो पेग भी पीएगी। मैं दोस्त जय के साथ सोमवार रात 8.30 बजे सुषमा के यहां पहुंचा और उसे कार में बैठाया। फिर हम तीनों कैट पहुंचे। वहां के शराब खरीदी । चलती कार में ही हमने पैग बनाए। तीनों ने दो-दो पैग लिए। फिर सुषमा बोली कि नशा नही हुआ है, दो पैग और पीना है। हमने फिर से शराब खरीदी।

शराब पीने के कुछ देर बाद सुषमा को नींद आने लगी। वो पीछे की सीट पर लेट गई। हम कार को गोपुर-कैट-राजेन्द्र नगर और द्वारकापुरी इलाके में ही घुमाते रहे। देर रात हमे भूख लगी तो सुषमा से पूछा, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। फिर जय और मैंने केट के पास एक जगह खाना खाया, तब भी सुषमा कार में ही लेटी रही।हमें लगा उसे नशा ज्यादा हो गया है। नशा उतरेगा तो खाना खा लेगी, इसलिए खाना पार्सल करवा लिया। काफी देर तक हम दोनों भी कार लेकर एक सुनसान इलाके में खड़े रहे।

सुबह5.30 बजे फिर सुषमा को उठाया, लेकिन उसने कोई जवाब नही दिया। फिर हम मेरे घर गए और वहां से शॉल चादर लाए और सुषमा को ओढ़ा दी। हम भी कार में लेट गए। सुबह 7.30 बजे जब हम दोनों ने सुषमा को उटाया तो उसे शाल हटाकर देखा, लेकिन वह नही जागी। हमें लग गया कि वह मर चुकी है, क्योंकि उसकी सांसें और धड़कन नही चल रही थी। फिर हमने कुछ परिचितों को फोन किया और जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि थाने ले जाओ। हम दोनों काफी घबरा गए। आखिर में हम थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने खासी पड़ताल की और 2.30 बजे लाश जिला अस्पताल भेजी। साथ ही सुषमा के घर वालों को भी जानकारी दी। सुषमा के घर वाले मुझे अच्छे से जानते हैं, उन्हें मुझसे कोई आपत्ति नही होगी।

दोनों बहनों ने नही की शादी
उधर, सूचना मिलते ही सुषमा की बहन शक्ती अपने मौसेरे भाई के साथ जिला अस्पताल पहुंची। रिश्तेदारों के अनुसार सुषमा के पिता नरेन्द्र अवस्थी रिटायर्ड फॉरेस्ट आफिसर हैं। बड़ी बहन शक्ती है। वे दोनों बहने पिता से अलग रहती है। दोनों पहले कंस्ट्रक्शन का काम करती थी।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds