कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दो सदस्यों को संभालने में लगे
दोनों दल दो नाव की सवारी में
कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर को जिम्मेदारी मिली, झाला और पोरवाल से संपर्क तेज हुआ
उज्जैन, 5 मार्च (इ खबरटुडे)। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव 12 मार्च को होना है। इसके लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर दिए गए है। अध्यक्ष पद को लेकर दोनों ही दल जोर लगा रहे है। जहां कांग्रेस के पास अपने खुद के 10 सदस्य है, वहीं भाजपा के पास भी तकरीबन यही संख्या है। एक बागी कांग्रेस से है और एक किसी भी दल से नहीं है। सत्ताधारी दल की ओर से मंत्री के हाथ में इस पूरे मामले की बागडोर आ चुकी है। दोनों ही दल दो सदस्यों को संभालने में लगे है और दो नाव की सवारी की जा रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर दोनों ही दल धीरे-धीरे गंभीर होकर अपनी सक्रियता बढ़ा रहे है। इसी के तहत भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपना अध्यक्ष और बोर्ड बनाने के लिए तत्पर है। दोनों की ओर से इस बात के दावे किए गए है। खास बात यह है कि 21 सदस्यीय जिला पंचायत उज्जैन में निर्वाचित सदस्यों में 10 कांग्रेस समर्थित, 9 भाजपा समर्थित और 2 ऐसे सदस्य है जो अपने आप को फ्री-फॉर की स्थिति में बता रहे है। इन हालातों में कांग्रेस अपने बागी सदस्य को मनाने के साथ ही एक अन्य सदस्य को भी अपने पक्ष में लाने की तैयारी में लगी हुई है। इसके विपरित भाजपा दो सदस्यों को मना कर अपने बोर्ड और अध्यक्ष बनाने का रास्ता साफ करने में लगी हुई है।
भोपाल से मिली गुर्जर को जिम्मेदारी
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को भोपाल में प्रदेश प्रभारी मोहनप्रकाश का खुला मंच कार्यक्रम आयोजित था। वहां उौन के नेताओं के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के मामले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने विचार मंथन किया था। इस दौरान श्री यादव ने इस मामले में दिलीप गुर्जर को जिम्मेदारी सौंप दी। उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि अध्यक्ष कांग्रेस का बने। जिले के सभी वरिष्ठ कांग्रेसी श्री गुर्जर के साथ संपर्क बनाते हुए समन्वय और सहयोग की स्थिति में उतर आए है। जिला पंचायत के निर्वाचन में समर्थित विजयी प्रत्याशियों को संभालने का काम भी शुरु हो चुका है।
वरिष्ठ नेता पहुंचे सदस्यों के घर
कांग्रेस ने बुधवार को नई नीति के साथ अपना काम शुरु किया, जो कांग्रेस समर्थित सदस्य जीतकर आए है बुधवार को वरिष्ठ नेता दल के रुप में उनके घरों पर पहुंचे थे। उनके साथ संपर्क साधा गया और उन्हें बधाई व शुभकामना देने के साथ अन्य चर्चाएं भी की गई है। इसके तहत विश्वास की धूरी भी बनाई गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के सभी समर्थित 10 सदस्य पक्के तौर पर एकजुट है और उन्होंने विश्वास दिलाया है कि एक भी सदस्य टस से मस नहीं होने वाला है।
भाजपा-कांग्रेस दोनों लगे दो नाव पर
जिला पंचायत चुनाव के लिए कांग्रेस ने समर्थन की समिति बनाई थी। इसमें पूर्व सांसद सत्यनारायण पंवार को संयोजक बनाया गया था। इसी समिति के साथ पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर ने अपना काम शुरु किया है। बुधवार को श्री गुर्जर ने भोपाल से आते समय भरत पोरवाल से मुलाकात की है। इस बात का दावा सूत्र कर रहे है। यह भी बताया जा रहा है कि पोरवाल के साथ ही नरवर क्षेत्र के एक अन्य सदस्य के साथ भी संपर्क साधा गया है। इधर भाजपा की ओर से भी भरत पोरवाल से संपर्क साधा गया है। भाजपा के एक विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष रहे नेता ने श्री पोरवाल से बुधवार को संपर्क किया था।
नरवर क्षेत्र के सदस्य पर भी दारोमदार
भाजपा को अपनी स्थितियों के मुताबिक एक नहीं दो सदस्यों की आवश्यकता जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में लगने वाली है। इसी के चलते पूर्व में भाजपा ने नरवर क्षेत्र के एक सदस्य को लेकर अपना समर्थन की बात कही थी। इस समर्थन के तत्काल पश्चात संबंधित सदस्य ने इस बात का खंडन कर दिया था। उन्होंने अपना कही भी संबंध होने से इंकार किया था। भरत पोरवाल को लेकर भाजपा भी अपनी सक्रियता बनाए हुए है और कांग्रेस उन्हें घर वापसी के प्रयास में लगी है। ऐसे में उपाध्यक्ष पद की रणनीति पर जोर चल सकता है। बताया जा रहा है कि ऐन मौके पर कांग्रेस की ओर से इसमें रणनीति खेली जा सकती है। जिसके तहत दोनों नाव का उपयोग किया जा सकता है।
पवन जैन पीठासीन अधिकारी नियुक्त
जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष निर्वाचन के लिए 12 मार्च को सम्मिलन आयोजन की संशोधित तिथि नियत की गई है। इस सम्मेलन के पीठासीन अधिकारी के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कवीन्द्र कियावत ने संशोधित आदेश जारी किया है। इसके तहत अब अपर कलेक्टर पवन जैन को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे पंचायत राज व ग्रामीण स्वराज अधिनियम के साथ मध्यप्रदेश पंचायत अधिनियम के प्रावधान अनुसार जिला पंचायत उज्जैन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का निर्वाचन सम्पन्न कराएंगे।