कराची साहित्य महोत्सव में मणिशंकर अय्यर का उभरा पाकिस्तान के प्रति प्रेम, भारत के रुख से दुखी
नई दिल्ली,13 फरवरी (इ खबरटुडे)। सत्तारुढ़ पार्टी के प्रति रोष प्रकट करना उचित है लेकिन उस रोष में देश का अपमान हो या देश की आलोचना हो, ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं। कांग्रेस से निकाले जा चुके नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में देश को ही घेर लिया। उन्होंने कराची में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान की नीतियों पर खुशी जाहिर की जबकि भारतीय नीति को लेकर दुख जताया है। मणिशंकर अय्यर ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को सुलझाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है- निरंतर और निर्बाध बातचीत। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब पूरा विश्व पाकिस्तान के करतूतों से वाकिफ हो चुका है। यहां तक कि पाकिस्तान को आर्थिक मदद पहुंचाने वाले अमेरिका ने भी पाकिस्तान से मुंह मोड़ लिया है।
अय्यर ‘कराची लिटरेचर फेस्टिवल’ में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के दौरे पर हैं। लिटरेचर फेस्टिवल को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान को प्यार करते हैं। पाकिस्तान पर प्यार उड़ेलने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान से इसलिए प्यार करते हैं, क्योंकि वे भारत से प्यार करते हैं। मणिशंकर अय्यर ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को सुलझाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है, और वह बातचीत का रास्ता। मुझे बहुत गर्व है कि पाकिस्तान ने इस नीति को स्वीकार कर लिया है, लेकिन दुखी भी हूं कि इसे भारतीय नीति के तौर पर नहीं अपनाया गया।’ उन्होंने कहा कि लगातार बातचीत से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो जाता है।
रविवार (11 फरवरी) को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘भारत को अपने पड़ोसी से प्यार करना चाहिए। द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने की दिशा में पाकिस्तान ने जबर्दस्त प्रगति की है, लेकिन भारत के रवैये में मामूली बदलाव आया है। बता दें कि इससे पहले भी उन्होंने पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिया था। एक पाकिस्तानी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता बहाल करनी है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना पड़ेगा।