November 23, 2024

कमलनाथ के इस्तीफे के तुरंत बाद मंत्री प्रदीप जायसवाल ने बदला पाला,कहा ” नई सरकार को समर्थन दूंगा “

भोपाल,20 मार्च( इ खबर टूडे )। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके तुरंत बाद निर्दलीय विधायक और कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रदीप जायसवाल ने पाला बदल लिया है. प्रदीप जायसवाल ने कहा, “जब तक कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब मेरा उनको समर्थन था लेकिन अब मैं नई सरकार को समर्थन दूंगा.” बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि सिंधिया के साथ प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायकों ने कांग्रेस से बागी होकर अपने त्यागपत्र दे दिए थे.

निर्दलीय विधायक और मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा, “जब तक कमलनाथ जी थे तो मेरा उनको समर्थन था लेकिन अब जो भी नई सरकार होगी उसे मेरा समर्थन होगा. कांग्रेस की लड़ाई और गुटबाजी से उनकी सरकार जा रही है. मेरी बीजेपी नेताओं से बात हुई है मैंने कहा है कि मेरा मान सम्मान जो यहां था वो वहां भी मिलना चाहिए.”

22 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई थी. मध्य प्रदेश असेंबली में 230 विधायकों की कुल संख्या में 2 विधायकों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है और इनकी सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इस तरह मध्य प्रदेश विधानसभा में अब 206 विधायक ही बचे हैं. यानी बहुतम का आकंड़ा 104 है. भाजपा के पास 107 विधायक हैं, यानी बहुमत के आंकड़े से 3 ज्यादा. कांग्रेस के पास अपने 92 विधायक हैं. अगर 4 निर्दलीय, सपा के 2 और बसपा का 1 विधायक कमलनाथ सरकार को अपना समर्थन दे भी दें तो संख्या 99 ही पहुंचेगी, यानी बहुमत से 5 कम. ऐसी स्थिति में कमलनाथ की सरकार गिरनी लगभग तय है.

असेंबली की स्थिति

मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या है- 230
इनमें से 2 विधायकों के आकस्मिक निधन से संख्या है- 228
कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद संख्या है- 206
इस तरह विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा बैठता है- 104

मौजूदा आंकड़े

भाजपा – 107 विधायक, बहुमत के आंकड़े से 3 ज्यादा.
कांग्रेस – 92 विधायक, 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद.
सपा, बसपा, निर्दलीय- 07 विधायक (सपा- 2, बसपा-1, निर्दलीय- 4).
यानी अगर कांग्रेस+ भी मानें तो आंकड़ा पहुंचता है 99, बहुमत के आंकड़े से 5 कम.

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