कबाड़ के सामान से बनाया पैंगविन कूलर
विज्ञान प्रदर्शनी में स्मार्ट सिटी में बिजली बचत के तरीके सुझाए
उज्जैन14 नवंबर (इ खबरटुडे)। 11वीं के तीन छात्रों ने कबाड़ के सामान से ऐसा पैंगविन कूलर बनाया जो एसी के समान ठंडी हवा देगा। पुरानी छन्नी, केन, पाईप, कार के पुराने पंखे, फटी पुरानी थर्माकोल की सीट पर रंगरोगन कर तैयार किये इस कूलर में स्टायरोफोम की सीट पर बर्फ के गोले रखे हैं जो इंसुलेटर का काम करेगी और बर्फ को पिघलने नहीं देगी।
बर्फ पिघली भी तो नीचे इकट्ठी हो जाएगी जिसे फ्रीज के द्वारा पुनः बर्फ में बदल सकते हैं। इससे पानी व्यर्थ नहीं जाएगा। आम कूलरों के मुकाबले हल्की और छोटा जब यह कूलर जब चलता है तो आवाज नहीं आएगी।
अक्षत इंटरनेशनल स्कूल में लगी विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र पियुष जैन, अमन शर्मा तथा दिव्य आचलिया ने इस कूलर को प्रस्तुत किया। प्रदर्शनी का शुभारंभ गुरूवार को ओरिएंटल विश्वविद्यालय इंदौर के कुलपति डाॅ. के.एल. ठकराल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशेष अतिथि के रूप में ए.के. वनवासी, ओरिएंटल विश्वविद्यालय के डायरेक्टर आर.के. जैन उपस्थित थे। स्वागत भाषण चेयरमेन आनंद पंड्या ने दिया तथा संचालक संदीप जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया। बाल वैज्ञानिकों ने अपनी क्षमताओं का श्रेष्ठ प्रदर्शन तरह-तरह के माॅडल बनाकर किया।
छात्र ने बनाया स्मार्ट सिटी में बिजली बचत करने हेतु माॅडल
उज्जैन को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है ऐसे में इस शहर में आकर्षक लाइटिंग हो और कम खर्च के इस हेतु छात्र नितेश आहूजा ने एक माॅडल तैयार किया है। इस माॅडल में जब भी कोई वाहन सड़क पर से गुजरेगा तो उसके दबाव से बिजली उत्पन्न होगी और स्ट्रीट लाईटें रोशन रहेंगी। साथ ही दिन में सूरज की रोशन से शहर के सभी प्रोजेक्टों को लाईट मिल सकेगी। वहीं कुणाल सोलंकी, गुरूदत्त सिंह, मिहिर गुप्ता, जयदीप हारोड़, लवनीश टेलर ने एक कार बनाई है जो इंजिन से नहीं बल्कि मोटर से चलेगी। बिजली से चलने वाली यह कार प्रदूषण मुक्त होगी।