एक साथ अंतरिक्ष में भेजे 104 उपग्रह, ISRO ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
नई दिल्ली,15 फरवरी(इ खबरटुडे)।श्रीहरिकोटा के सतीश धवन लॉन्चिंग सेंटर से पीएसएलवी-सी37 ने 9 बजकर 28 मिनट पर अपनी 39वीं उड़ान भरी है. कामयाब रहने पर ये प्रक्षेपण स्पेस तकनीक में मील का पत्थर होगा. ये पहला मौका है जब एक साथ 104 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े जा रहे हैं. इनमें भारत और अमेरिका के अलावा इजरायल, हॉलैंड, यूएई, स्विट्जरलैंड और कजाकिस्तान के छोटे आकार के सैटेलाइट शामिल हैं.
इन देशों के उपग्रह शामिल
मिशन के लिए इसरो के वैज्ञानिकों ने एक्सएल वैरियंट का इस्तेमाल किया है जो सबसे शक्तिशाली रॉकेट है. आपको बता दें कि इस रॉकेट का इस्तेमाल चंद्रयान और मंगलयान जैसी अहम मिशन के लिए किया जा चुका है. प्रक्षेपित किए जाने वाले उपग्रहों में सबसे ज्यादा 96 उपग्रह अमेरिका के हैं .
मिशन में भारत के दो छोटे उपग्रह भी शामिल हैं. प्रक्षेपित किए जाने वाले सभी उपग्रहों का कुल वजन करीब 1378 किलोग्राम है. दोनों भारतीय नैनो-सेटेलाइट आईएनएस-1ए और आईएनएस-1बी को पीएसएलवी पर बड़े उपग्रहों का साथ देने के लिए विकसित किया गया था. अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों की नैनो-सेटेलाइटों का प्रक्षेपण इसरो की व्यावसायिक शाखा एंट्रिक्स कॉपरेरेशन लिमिटेड की व्यवस्था के तहत किया जा रहा है. काटरेसेट-2 सीरीज के मिशन का समय पांच साल का है.