एक वर्ष में सात हजार किमी से अधिक की दूरी तय कर राष्ट्र धर्म विजय यात्रा पंहुची भीमाशंकर,नर्मदानन्द बाप जी ने गंगोत्री जल से किया महादेव का अभिषेक
भीमाशंकर,2 सितम्बर (इ खबरटुडे)। पदयात्रा कर द्वादश ज्योतिर्लिंगों का गंगौत्री के जल से अभिषेक करने का संकल्प लेकर प्रारंभ हुई रतलाम के नित्यानन्द आथ्रम के संत श्री नर्मदानन्द बाप जी की राष्ट्र धर्म विजय यात्रा एक वर्ष में सात हजार किमी से अधिक की दूरी तय कर महाराष्ट्र के भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पंहुच चुकी है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पर संत श्री नर्मदानन्द बाप जी ने ज्योतिर्लिंग का गंगौत्री के पवित्र जल से अभिषेक किया। इस मौके पर महाराष्ट्र विश्व हिन्दू परिषद के अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि नित्यानन्द आश्रम के संत श्री नर्मदानन्द बाप जी ने देश,धर्म जागरण,पर्यावरण और गौ संरक्षण जैसे विषयों पर जनजागरण करने का उद्देश्य लेकर द्वादश ज्योतिंिर्लंग की पदयात्रा का संकल्प किया था। द्वादश ज्योतिर्लिंग की उनकी यह राष्ट्र धर्म विजय यात्रा पिछले वर्ष 29 सितम्बर को गंगौत्री धाम से गंगौत्री का पवित्र जल लेकर प्रारंभ हुई थी।
संत श्री नर्मदानन्द बाप जी की यह यात्रा पिछले एक वर्ष के दौरान केदारनाथ,काशी विश्वनाथ,बैजनाथ महादेव,मल्लिकार्जुन और रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का गंगौत्री जल से अभिषेक करते हुए अब महाराष्ट्र के भीमाशंकर पंहुच चुकी है। इस दौरान कोरोना लाक डाउन के चलते यात्रा लगभग दो माह तक रुकी रही थी। लाक डाउन में छूट मिलने के बाद यात्रा फिर से शुरु हुई और बारह में से पांच ज्योतिर्लिंग के दर्शन करते हुए अब छठे ज्योतिर्लिंग भीमाशंकर पर पंहुच चुकी है।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पर पंहुचकर नर्मदानन्द बाप जी ने भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग की विधिवत पूजा अर्चना कर गंगौत्री जल से अभिषेक किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संयोजक एवं प्रान्तीय संगठन मंत्री समेत अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे। बाप जी ने ज्योतिर्लिंग के अभिषेक के पश्चात यात्रा की परंपरा के मुताबिक मन्दिर परिसर में पौधारोपण भी किया। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के अभिषेक के पश्चात नर्मदानन्द बाप जी की राष्ट्र धर्म विजय यात्रा अब अपने अगले गंतव्य त्र्यम्बकेश्वर के लिए प्रस्थान कर चुकी है।