एक देश, एक चुनाव: ममता बनर्जी के बाद चंद्रबाबू नायडू और स्टालिन ने झाड़ा सर्वदलीय बैठक से पल्ला
चेन्नै/हैदराबाद,19जून (इ खबर टुडे )।एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर संसद में आज होने वाली अहम बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल होने से इनकार के बाद अन्य क्षेत्रीय दलों ने भी उन्हीं की देखादेखी चलते दिख रहे हैं। ममता के बाद तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में बैठक की अध्यक्षता करेंगे,
जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को बुलाया गया है। चंद्रबाबू नायडू ने भी बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है। उनकी जगह बैठक में जयदेव गल्ला पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अलावा अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बैठक में आने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर देश में काफी समय से बहस चल रही है। इसी को आगे बढ़ाने के लिए मंगलवार को पीएम मोदी ने सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। इससे पहले मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि वह बैठक में भाग नहीं लेंगी। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को मंगलवार को पत्र लिखकर यह जानकारी दी।
कई अन्य मुद्दों पर होगी चर्चा
ममता ने इसमें लिखा था कि सरकार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर ‘जल्दबाजी’ में फैसला करने के बजाय इस पर श्वेतपत्र तैयार करे। मोदी ने उन सभी दलों के प्रमुखों को 19 जून को बैठक के लिए बुलाया है, जिनके लोकसभा या राज्यसभा में सदस्य हैं। इस बैठक में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर विचार, 2022 में आजादी के 75वें वर्ष के जश्न, महात्मा गांधी के इस साल 150वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मामलों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद 20 जून को सभी सांसद रात्रिभोज के समय बैठक करेंगे।
ममता ने दिया कम समय का हवाला
ममता ने पत्र में लिखा था, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ जैसे संवेदनशील और गंभीर विषय पर इतने कम समय में जवाब देने से इसके साथ न्याय नहीं होगा। इस विषय पर संवैधानिक और चुनावी विशेषज्ञों और पार्टी सदस्यों के साथ विचार-विमर्श की जरूरत है।’ उन्होंने लिखा था, ‘इस मामले में जल्दबाजी में कदम उठाने के बजाय आप सभी राजनीतिक दलों को इस पर श्वेतपत्र भेजें और इसमें उनकी राय ली जाए।