उपराष्ट्रपति की पत्नी ने तीन तलाक को बेमानी बताया, बोलीं, कुरान में ऐसा कुछ भी नहीं
नयी दिल्ली,9 अप्रैल (इ खबरटुडे)। तीन तलाक को लेकर छिड़ी बहस के मुद्दे पर अब उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी भी उतर चुकी हैं. उन्होंने तीन तलाक को बेमानी करार दिया है. उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठा रही उन सभी मुस्लिम महिलाओं का समर्थन किया है. उन्होंने तीन तलाक के मुद्दे पर कहा, तीन तलाक बेमानी है. कुरान में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है.अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने आयीं उपराष्ट्रपति की पत्नी ने कहा, बस किसी के तीन बार तलाक,तलाक,तलाक बोल देने से तलाक नहीं हो जाता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई कुरान पढ़ा है तो इसका हल खुद ही निकल आयेगा. कुरान में ऐसा तो कुछ भी नहीं लिखा है, इसे बेकार का मुद्दा बनाकर रखा गया है.
उन्होंने कहा, जो मुल्ला और मौलवी ने बोल दिया उसे ही सब ने सही मान लिया. कुरान पढ़कर देखिए, हदीस पढ़कर देखिए की रसूल ने क्या कहा है. उन्होंने कहा, महिलाओं में इतनी हिम्मत होनी चाहिए कि खुद से कुरान पढ़ें और उसे जानें कि रसूल ने क्या कहा है. किसी को किसी की बातों पर यूं ही विश्वास नहीं कर लेना चाहिए.
गौरतलब हो कि कुछ दिनों से तीन तलाक का मुद्दा मीडिया में छाया हुआ है. इस प्रथा के खिलाफ बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने अपनी आवाज बूलंद की हैं. जिसका कई लोगों ने समर्थन भी किया है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (महिला) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ असमा जोहरा ने भी कहा कि एक साथ तीन बार तलाक बोलना सामाजिक मुददा है धार्मिक नहीं. पिछले ढाई साल से बेबजह तलाक के मुद्दे पर अंगुली उठाई जा रही है.
डॉ जोहरा ने कहा कि तलाक को शरियत के मुताबिक देखा जाना चाहिए. पिछले ढाई वर्षों से इस मुद्दे को बिना वजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तीन तलाक का मतलब है, उस पुरुष से दोबारा शादी नहीं हो सकती. इस सही तरीके से समझने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिला सुरक्षित है. उन्हें पूरी सुरक्षा दी गयी है. सरकार जानबूझकर इस मुद्दे को हवा दे रही है. सच्चर कमेटी में तीन तलाक का जिक्र तक नहीं है.