उज्जैन से 11 ज्योतिर्लिंग की दूरी के रोचक आँकड़े
उज्जैन 25 सितम्बर(इ खबरटुडे)। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की विश्व में अलग ही ख्याति है। यहाँ वर्ष 2016 में महाकुंभ सिंहस्थ का आयोजन होना है, इस लिहाज से यहाँ आने वाले साधु और संतों सहित भक्तों का जमावड़ा लगेगा देश में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के अलावा 11 और ज्योतिर्लिंग है। इन सभी ज्योतिर्लिंग का उज्जैन महाकालेश्वर से दूरी के आँकड़ों पर नजर डाले तो इन आँकड़ों में अदृभुत साम्य नजर आता है। हालांकि आज इस दूरी के आँकड़े कुछ नए मार्गों व बायपास के बनने के बाद आंशिक रूप से बदल गये हैं।
सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिये यह एक रोचक तथ्य है कि उज्जैन से मध्यप्रदेश के विभिन्न तीर्थ स्थलों और देश के अन्य तीर्थ स्थलों की दूरी का एक अलग महत्व है। जब इन दूरियों पर नजर डालेंगे तो पायेंगे कि यह तो बहुत ही चमत्कारिक और अदृभूत तथ्य है। देश में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के अलावा 11 और ज्योतिर्लिंग है जो देश के विभिन्न प्रदेशों में विराजमान है।
आईये नजर डालते है विख्यात सोमनाथ ज्योतिर्लिंग पर जिसकी उज्जैन महाकालेश्वर से दूरी 777 किलोमीटर है। इसी तरह ओंकारेश्वर उज्जैन से 111 किलोमीटर, भीमाशंकर 666 कि.मी., काशी विश्वनाथ 999 कि.मी., मल्लिकार्जुन 1000 कि.मी., केदारनाथ 888 कि.मी., त्र्यंबकैश्वर 555 कि.मी., बैजनाथ 1000 कि.मी., रामेश्वर 2000 कि.मी, औंधा नागनाथ (हींगोली, महाराष्ट्र)555 कि.मी. व घृतनेश्वर 555 कि.मी. है।
हालांकि आज वर्तमान में इन ज्योतिर्लिंगों की दूरियों में आंशिक बदलाव कुछ नए मार्गों और शहरों के बायपास के कारण हुआ है। आज इनकी उज्जैन से मल्लिकार्जुन 1090 कि.मी., केदारनाथ 902 कि.मी., त्र्यंबकैश्वर 503 कि.मी., औंधा नागनाथ 533 किमी., रामेश्वरम 2091 किमी., घृतनेश्वर 524 और औंकारेश्वर 113 किमी. दूरी पर स्थित है।