उज्जैन टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल की बैठक सम्पन्न
उज्जैन 16 अक्टूबर (इ खबरटुडे)।जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इस वर्ष सिंहस्थ के मद्देनजर संभावनाएं और बढ़ गई हैं। जिले में पर्यटन को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिये।कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने आज शुक्रवार को बृहस्पति भवन में सम्पन्न उज्जैन टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल की बैठक में ये बात कही। बैठक में नगर निगम आयुक्त अविनाश लवानिया, पर्यटन विभाग के अधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
राहगिरी चालू करायें
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उज्जैन में राहगिरी कार्यक्रम पुन: प्रारम्भ कराया जाये। यह माह में दो बार किया जा सकता है। पर्यटन की गतिविधियों में स्थानीय कलाकारों को पूरा-पूरा मौका दिया जाना चाहिये।
दो वर्ष का पैसा कहां गया?
कलेक्टर ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों से पूछा कि जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये सरकार से प्राप्त हुआ वर्ष 2013-14 एवं वर्ष 2014-15 की राशि कहां है? उन्होंने निर्देश दिये कि इस वर्ष की राशि शीघ्र टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के खाते में अन्तरित करायें, जिससे पर्यटन की गतिविधियां आयोजित की जा सकें। बताया गया कि प्रतिवर्ष उज्जैन टूरिज्म प्रमोशन काउंसिंग को पर्यटन विकास के लिये 10-10 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई।
एडवेंचरस गतिविधियां आयोजित करें
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि नगर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये एडवेंचरस अर्थात साहसिक गतिविधियां आयोजित की जायें। इनके अन्तर्गत पैराग्लाइडिंग, पैरासेलिंग, वॉटर स्पोर्ट्स, बनाना राइड आदि आयोजित की जा सकती हैं। इन गतिविधियों के लिये उपयुक्त स्थानों का चयन कर वहां इन्हें आयोजित करने की कार्यवाही की जाये।
कैफेटेरिया का कार्य नहीं हुआ
उज्जैन में पर्यटन विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मंगलनाथ के पास स्वीकृत कैफेटेरिया का कार्य अभी नहीं हुआ है और न ही शनि मन्दिर के पास घाट निर्माण का काम प्रारम्भ हुआ है। कलेक्टर द्वारा इन कार्यों को शीघ्र चालू कराये जाने के निर्देश दिये गये। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नारायणा के पास डे-शेल्टर होम के कार्य के लिये राशि आ गई है तथा कार्य चालू किया जा रहा है।