November 15, 2024

उज्जैन कबीर महोत्सव आज से, कई ख्यात गायक आयेंगे

 4 दिनों में 7 स्थानों पर होंगे आयोजन
 
उज्जैन,19फरवरी(इ खबरटुडे)। सद्गुरु कबीर स्मारक सेवा शोध संस्थान कबीर नगर, लुनियाखेड़ी के तत्वावधान में 20वां कबीर महोत्सव एवं मालवा कबीर सांस्कृतिक जनचेतना यात्रा शुक्रवार को निकाली जायेगी। 19 से 22 फरवरी तक सद्गुरु कबीर एवं संतों की ज्ञान भक्ति, कर्म रुप त्रिवेणी का अद्भुत आध्यात्मिक नाद ब्रह्म समागम होगा।

लुनियाखेड़ी से इसकी शुरुआत होगी। उज्जैन, देवास, सिहोर, भोपाल, इंदौर में ख्यात अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय गायक अपनी प्रस्तुति देंगे।
आयोजन को लेकर पद्मश्री प्रहलादसिंह टिपानिया ने गुरुवार को पत्रकारवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि कबीर महोत्सव अंतर्गत शुक्रवार को कबीर स्मारक लुनियाखेड़ी पर प्रात: 8 बजे ध्वज व चरण वंदन इसके उपरांत मक्सी रेस्ट हाउस से सांस्कृतिक जनचेतना यात्रा सहित अन्य आयोजन होंगे। रात्रि 8 बजे से संत वाणी नाद ब्रह्म प्रवाह होगा। शनिवार को सेवाधाम अंबोदिया में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक मल्हार स्मृति मंदिर देवास में शाम 6 से रात 10 बजे तक।
अमेरिका और फ्रांस से भी कबीर पंथी सहभागिता करने आ रहे हैं
 रविवार को सिहोर जिले के ग्राम कजलास में प्रात: 10 से दोपहर 2 बजे तक। गांधी भवन जनजाति संग्रहालय भोपाल में शाम 6 से रात 10 बजे तक। सोमवार को संत शिरोमणि गुरु तेजादास समाधि स्थल पिपलियाराव देवास में प्रात: 10.30 से दोपहर 1 बजे तक देवी अहिल्या आडिटोरियम भंवरकुंआ इंदौर में शाम 5 से रात 10 बजे तक, संत वाणी नाद ब्रह्म प्रवाह होगा। आयोजन में अमेरिका और फ्रांस से भी कबीर पंथी सहभागिता करने आ रहे हैं।
ये गायक आयेंगे
श्री टिपानिया के मुताबिक कबीर महोत्सव में हेमंत चौहान राजकोट, मुरालाला मारवाड़ा कच्छ, श्रुति विश्वनाथ पूना, वेदांत भारद्वाज चेन्नई, नीरज आर्या मुम्बई, लक्ष्मणदास बाउल पश्चिम बंगाल, सुदेबी ठकुराता कोलकाता, बिमल बावरा बनारस, देवनारायण सारोलिया, विजय टिपान्या की प्रस्तुति होगी।
सिंहस्थ के लिये 90 मंडलियां पंजीबद्ध
श्री टिपान्या के अनुसार सिंहस्थ में कुंभ में कबीर निर्गुण लोक गायक के नाम से उनका पाण्डाल लगेगा। क्षेत्र की 90 मंडलियां इसके लिये पंजीबद्ध की गई हैं। प्रतिदिन तीन मंडलियों की प्रस्तुति रात्रि में होगी। दिन के समय कुंभ पर विचार मंथन होगा। कुंभ के लिये सभी को निमंत्रण दिया गया है। देश-विदेश से जो भी भक्त आना चाहेंगे आयेंगे।

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