April 19, 2024

ईमानदार-दबंग अधिकारियों की सुरक्षा के लिए सरकार लापरवाह

खनिज निरीक्षक संजय भार्गव की हत्या के विरोध में कांग्रेस का धरना संपन्न

रतलाम 2 अप्रैल,( इ खबर टुडे ) । रतलाम में पदस्थ रह चुके खनिज निरीक्षक संजय भार्गव की हाल ही में उज्जैन में खनिज माफियाओं द्वारा की गई जघन्य हत्या की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर जिला शहर एवं गा्रमीण कांग्रेस कमेटी रतलाम ने राज्य सरकार को ललकारा। कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नही होगी।
 शहर में क्षेत्रीय सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष  कांतिलाल भूरिया ने निर्देश पर कोर्ट तिराहे पर आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डाॅ. राजेश शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में ईमानदार और दबंग छवि वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का कार्य करना जोखिम भरा हो गया है। सरकार के संरक्षण में खनिज माफिया अवैध उत्खनन करते हुए राजस्व को करोड़ो रूपये का नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे खनिज माफियाओं के खिलाफ जब अधिकारी कार्यवाही करते है तो उनका हश्र खनिज निरीक्षक संजय भार्गव की तरह ही होता है। रतलाम में पदस्थ रहते हुए श्री भार्गव को झूठे पुलिस मुकदमें का न केवल सामना करना पड़ा बल्कि उन्हें मानसिक प्रताड़नाएं भी दी जा रही थी। डाॅ. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में खनिज माफियाओं और अवैध उत्खनन के विरूद्ध लगातार आवाज उठा रही है, लेकिन सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। श्री भार्गव की हत्या को सड़क हादसा बताते हुए मामले को रफा-दफा करने की साजिश कांग्रेस बर्दाश्त नही करेगी। हम संपूर्ण घटनाक्रम की सीबीआई से जांच की मांग करते है।
प्रदर्शन को गा्रमीण कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमति कोमल धुर्वे ने संबोधित करते हुए कहा कि म.प्र में एक तरफ तो सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही की बात करती है और दूसरी ओर भ्रष्टाचार मे ंलिप्त अधिकारियों और माफियाओं को संरक्षण दे रही है। खनिज निरीक्षक श्री भार्गव के साथ घटित धटनाक्रम इस बात की पुष्टि करता है। श्री भार्गव एक साफ एवं स्वच्छ छवि के अधिकारी थे। जिनके साथ खनिज माफियाओं ने षडयंत्रपूर्वक घटना को अंजाम दिया। कांग्रेस पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग करती हैं।
प्रदर्शन को नेता प्रतिपक्ष विमल छिपानी ने संबोधित  करते हुए कहा कि जिस राज्य में सरकार माफिया चला रहे है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा की कोई गारंटी नही है। श्री भार्गव के साथ घटित हादसा इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक खनिज माफिया अपना जाल फैला चुके है और बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन में जुटे है। कांग्रेस इन्हें बेनकाब करेगी।
प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष श्रीमति यास्मिन शेरानी ने कहा कि आज म.प्र में जंगल राज चल रहा है। माफिया सरकार के साथ मिली भगत करते हुए म.प्र. को आर्थिक दृष्टि से पूरी तरह कमजोर कर चुके है। प्रदेश में अवैध उत्खनन में लगे इन खनिज माफियाओं के कारण अब ईमानदार अधिकारियों का कार्य करना भी मुश्किल हो गया है। श्री भार्गव की हत्या को मौत बतलाते हुए सरकार पर्दा डालना चाहती है। इसी के विरोध में कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन के माध्यम से सीबीआई जांच की मांग की है ताकि हत्यारों को उनके गुनाह की सजा मिल सके।
महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीमति अदिति दवेसर ने कहा कि खनिज निरीक्षक श्री भार्गव ने मुख्यमंत्री, कलेक्टर व एसपी रतलाम को अपनी जान का खतरा होने की लिखित शिकायत भी की थी, लेकिन शिकायत को ना तो सरकार ने गंभीरता से लिया और न ही जिला प्रशासन ने। नतीजतन श्री भार्गव को उज्जैन में अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा। ऐसा प्रदेश में आखिर कब तक चलता रहेगा।
कांग्रेस के सभी अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी, ब्लाॅक अध्यक्ष, पार्षद तथा कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर श्री भार्गव की मौत की सीबीआई से जांच की मांग प्रमुखता से उठाते हुए महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव के नाम संबोधित ज्ञापन का वाचन डाॅ. शर्मा ने करते हुए जिला प्रशासन को सौंपा। प्रदर्शन में बाबू भाई काजी, नासिर कुरैशी, निरज त्रिवेदी, अनिल झालानी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभुलाल राठौर, हर्षविजय गेहलोत, निमिष व्सास, राजेश दवे, कमरूद्दीन कछवाय, आफताब काजी, आशिष डेनियल, अंकित शर्मा, युवा नेता मयंक जाट, हितेश पेमाल, राहुल बिडवान, राजेश योगी, सुजीत उपाध्याय, फतेहलाल कोठारी, सतीश पुरोहित, जेम्स चाको, मुबारिक खान, नासिर कुरैशी, वंदना पुरोहित, बबीता नागर, मनोज दिक्षीत, विपिन खिलोसिया, इक्का बैलूत, रामचंद्र सूर्यवंशी, बी.एस जोशी, पं. राजेश दवे, निलेश जैन, वहीद शेरानी, बाबूलाल मालवीय, पवन तिवारी, खेरूनिस्सा मोटी चाची, डी.पी. धाकड, ़सुनील महावर, जगदीश पाटीदार (नगर पंचायत सैलाना अध्यक्ष), डाॅ. मुस्तफा महूवाला, राकेश आचार्य, अनिल परमार, जगदीश अकोदिया, सोहनलाल पाटीदार, राजेश पुरोहित, अंकित सिसोदिया, महीप मिश्रा, महेश व्यास, महेंद्र पोरवाल, अमृतलाल मालवीय, शांतिलाल मालवीय, बालू देवड़ा, बद्रीलाल ढिंढोर, गेंदालाल जाट, मुबारिक हुसैन, इसरार खान, अमन खान, वली मो. चित्तौड़ा, विनोद मिश्रा (मामा), रामचंद्र धाकड़, राजकुमार जैन लाला, भेरूलाल गामड़, निजाम राही, लालचंद नागर, सकीना केजार मनासी, शांतिलाल वर्मा, केसर बाई, किसान नेता सोहनलाल पाटीदार धराड़, पूनमचंद निनामा, संजय नागर, जयंत नागर, शांतिलाल चैधरी, जगदीश पाटीदार, बद्रीलाल, रहमत अली नायता, शंभूसिंह सिमलावदा, शांतिलाल निनामा, थावर लाल भूरिया, प्रहलाद कुमार, राकेश पाटीदार, वालू डोडिया, जोएब आरिफ, लीलाबाई पाटिल, ओमप्रकाश बैरागी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।

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