इप्का में आडिट करने आए कर्मचारी ने फांसी लगाकर जान दी
रतलाम,30 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। स्थानीय दवा निर्माता कंपनी इप्का में आडिट करने आए निजी कंपनी के एक कर्मचारी ने लॉज के कमरे में पंखे पर लटक कर जान दे दी। आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हुए है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इप्का में आडिट करने आई कपंनी जीएसआर बैंगलौर का कर्मचारी पवन कुमार पिता टी बालगोपाल कृष्णा 25 नि.तिलक स्ट्रीट काकीनाडा इस्ट गोदावरी आन्ध्रप्रदेश,दिलबहार चौराहे पर स्थित गुजरात पैलेस लॉज के कमरा न.106 में रुका हुआ था। आज सुबह काफी देर तक जब उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उसके साथियों ने लाज के कर्मचारियों की मदद से कमरे का दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। कमरे का दरवाजा भीतर से बन्द था। कुण्डी तोड कर दरवाजा खोला गया। भीतर पवन कुमार का शव पंखे से लटका हुआ मिला। घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गई। पुलिस बल ने मौके पर पंहुच कर लाश को नीचे उतारा। घटनास्थल से किसी प्रकार का सुसाईड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हुए है। स्टेशन रोड पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है।
मृतक पवन कुमार के साथ काम कर रहे जी सतीश कुमार ने मीडीयाकर्मियों को बताया कि वे पांच लोग विगत 20 नवंबर से इप्का में आडिट करने के रतलाम आए है। ये सभी लोग 20 नवंबर से ही गुजरात पैलेस लाज में रुके थे। ये सभी लोग प्रतिदिन शाम को इप्का गेस्ट हाउस में भोजन करने जाते थे। बीती शाम पवन कुमार भोजन करने नहीं गया था। वह रात को अपने कमरा न.106 में जाकर सोया। आज सुबह उसके पिता बालगोपाल कृष्ण ने उसके मोबाइल पर काल की लेकिन मोबाइल नो रिप्लाय होता रहा। काफी देर तक जब मोबाइल नो रिप्लाय होता रहा तो उन्होने जी सतीश कुमार को फोन लगाकर पवन के बारे में पूछताछ की। सतीश कुमार ने जब पवन के कमरे पर जाकर दस्तक दी तो भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। काफी देर तक भीतर कोई हलचल महसूस नहीं होने पर सतीश कुमार व उनके साथियों ने लाज कर्मचारियों की मदद से दरवाजा खुलवाया। जब दरवाजा खुला तो वे सन्न रह गए। भीतर पवन कुमार की लाश पंखे पर लटक रही थी। घटना की सूचना फौैरन पुलिस को दी गई। सतीश कुमार के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से पवन कुमार कुछ अनमना सा था,लेकिन वह उन्हे कतई आंदाजा नहीं था कि वह आत्महत्या जैसा कदम भी उठा सकता है।