November 23, 2024

आबकारी अधिकारी निकला करोड़पति, शहीद पिता की जगह मिली थी नौकरी

इंदौर,27अप्रैल(इ खबरटुडे)। लोकायुक्त पुलिस ने धार में पदस्थ जिला आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह चंद्रावत के इंदौर, जावरा और धार के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं, जहां से कराेडों की अनुपातहीन संपत्ति मिली है। लोकायुक्त को शंका है कि यह संपत्ति भ्रष्टाचार से खड़ी की गई है।

लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि हमें शिकायत मिली थी कि चंद्रावत ने अनुपातहीन संपत्ति जमा कर ली है। जांच के बाद शुक्रवार को हमने टीमें बनाकर सुबह उनके घर पर दबिश दी, जहां से बड़ी संख्या में संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। जांच अधिकारी डीएसपी एसएस यादव टीम के साथ सुबह करीब पौने 6 बजे स्कीम नंबर 74 स्थित चंद्रावत के घर पहुंचे तो नौकरानी ने दरवाजा खोला। टीम ने अपना परिचय दिया और कार्रवाई शुरू की। इंदौर में ही उनके दो पेट्रोल पंप, स्कीम नंबर 74 में एक बंगला मिला है। जावरा और धार में भी संपत्ति मिली है।

पूर्व कांग्रेसी नेता के भतीजे
जानकारी के मुताबिक चंद्रावत पूर्व कांग्रेसी नेता और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे महेंद्रसिंह कालूखेड़ा के भतीजे हैं। उनकी अनुकंपा नियुक्ति में भी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने काफी मदद की थी। उस समय परिवार की आर्थिक स्थिति को भी आधार बनाया गया था।

पिता पुलिस में थे टीआई
पराक्रम के पिता नरेंद्रसिंह चंद्रावत पुलिस में टीआई थे। 90 के दशक में महू में एक आरोपी को पकड़ते समय हुई मुठभेड़ में वे शहीद हो गए थे। मरणोपरांत उन्हें डीएसपी का दर्जा भी दिया गया। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए सयाजी चौराहे पर पेट्रोल पंप भी दिया गया। वर्ष 2001 में पराक्रम को आबकारी विभाग में नियुक्ति दी गई। 2003 से उन्होंने विभाग में ज्वाइनिंग दे दी। उनकी अब तक की कुल तनख्वाह करीब 1 करोड़ रुपए होती है।

मर्सिडीज की तलाशी में
छापे के दौरान चंद्रावत के घर से मर्सिडीज और इनोवा दो कार मिली हैं, जबकि एक ऑडी लेकर उनकी माताजी कालूखेड़ा गांव गई हुई थीं। जांच टीम को जब लगा कि मर्सिडीज कार में कुछ दस्तावेज हैं तो उसकी तलाशी ली गई। टीम ने कारों की डिक्की भी खुलवा ली। दोनों पेट्रोप पंप भी सील कर दिए गए। दोपहर बाद यहां से पेट्रोल का विक्रय शुरू हुआ।

लगातार विदेश यात्रा से आए नजर में
लोकायुक्त सूत्रों की जानकारी के मुताबिक चंद्रावत का बेटा डेली कॉलेज में पढ़ता है, जबकि एक बेटी अजमेर में पढ़ती है। चंद्रावत ने पिछले कुछ समय में लगातार विदेश यात्रा की हैं, जिससे वे विभाग की नजर में आ गए। सूत्रों के मुताबिक वे मई में भी विदेश जाने वाले थे।

यह मिला छापे में

स्कीम नंबर 74 में एक आलीशान मकान
– बीसीएम हाईटस में एक फ्लैट
– बंशी ट्रेड सेंटर में दो दुकान
– लसूड़िया मोरी और स्कीम 140 एक-एक प्लॉट
-दो पेट्रोल पंप
– 6 टैंकर
– करीब साढ़े 11 लाख रुपए नकद
– करीब 1 करोड़ रुपए के जेवर
– गुलाब बाग में एक सिक्युरिटी एजेंसी में पत्नी की पार्टनशिप
– करीब 7 बैंक खाते
– दो लॉकर विजय नगर स्थित निजी बैंक में
– जावरा में वेयर हाउस जो 6 भाग में बना है

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