November 24, 2024

आधुनिकता के साथ पर्यावरण को नुकसान पहुॅचा-बाबा मोर्य

रतलाम,23 फरवरी (इ खबरटुडे)।पंचमहाभूत संवर्धन साक्षरता यात्रा समापन कार्यक्रम एवं स्वैच्छिक संगठनों का जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन लायंस क्लब हाॅल में सपन्न हुआ। कार्यक्रम में पंचमहाभूत संवर्धन, ग्रीन सिंहस्थ, स्वच्छ भारत अभियान, विषयों पर विषय विशेषज्ञों के द्वारा उद्बोधन दिया गया।

सामूहिक वंदेमातरम् के साथ कार्यक्रम का शुभांरभ हुआ। भारतीय आदिवासी एवं पर्यावरण विकास न्यास द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के पुलिस पंचायत 90 परिचय पत्र का वितरण करवाखेडी समिति के अध्यक्ष को प्रदान कियें गये। जवाहर व्यायाम शाला के जितेन्द्र राणावत के नेतृत्व में मलखंब का प्रदर्शन पंचतत्वों पर आधारित थीम पर किया गया।
DSC_0224देश की नादियों को जितना पहले नुकसान नही हुआ इतना पिछले 100 साल में नुकसान हुआ
अंतर्राष्ट्रीय कालाकार बाबा सत्यनारायण मोर्य के द्वारा आधुनिकता के साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुॅचा है हमने अपनी सुविधाओं के लिए अविष्कार किए और अतिदोहन के बाद ग्लोबल वार्मिंग जैसे संकट पैदा हुए। हमारे देश की नादियों को जितना पहले नुकसान नही हुआ इतने पिछले 100 साल में नुकसान हुआ है। आधुनिकता के साथ साथ पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन करना आवश्यक है। बाबा ने देश भक्ति से ओत प्रोत प्रस्तुति देते हुऐं शिवाजी का चित्र बनाकर भारत माता की आरती गाई गयी।
पंचतत्व से सारी सृष्टि का निर्माण-खुशाल सिंह पुरोहित
पर्यावरण विद् खुशाल सिंह पुरोहित ने कहा कि पंचतत्व से सारी सृष्टि का निर्माण हुआ है। प्रकृति से हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। देश का विकास तो हुआ, लेकिन उपजाऊ जमीन घटती चली जा रही है, उस पर रासायनिक खाद बंजर बनाता जा रहा है, आज दुनिया भर में पर्यावरण विनाश को लेकर चिंता है, ऐसे में पंचमहाभूत के संवर्धन के लिए स्वैच्छिक संगठनों की महत्ती भूमिका है।
पर्यावरण विद् राजेन्द्र सिंह आंबा ने कहा कि स्वनिर्वाहित कृषि के लिए कार्य करना व विभिन्न गतिविधियों द्वारा जैव विविधता का सरंक्षण करना एवं इसके लिए स्थानीय निवासियों को प्रोत्साहित करना वर्तमान कि महत्ती आवश्यकता है। रासायनिक खेती के नुकसान और जैविक खेती के फायदे भी बताए।
 
ग्रीन सिंहस्थ को सफल बनाने के लिए सभी से आव्हान – प्रदीप पाण्डें
परिषद् के प्रदेश के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डें ने बताया कि सृष्टि की सरंचना पाॅच मूल तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश से हुई है। इस पंरपरा में पर्यावरण के यह पाॅचों अवयव पंचमहाभूत के नाम से जाने जाते है इनके सरंक्षण और संवर्धन के लिए परिषद् द्वारा प्रदेश में आमजन को जागरूक बनाने का कार्य किया जा रहा है।  साथ ही ग्रीन सिंहस्थ को सफल बनाने के लिए सभी से आव्हान किया।
 विकास के लिए शिक्षित लोगों को संसाधित व्यक्ति के रूप में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता
जावरा विधायक डाॅ. राजेन्द्र पाण्डें के द्वारा विकास के लिए शिक्षित लोगों को संसाधित व्यक्ति के रूप में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। सरकारी नीति और अन्य पहलुओं पर जनता की प्रतिक्रिया की जानकारी सरकारों को उपलब्ध कराने के लिए मुख्य प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना होगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. प्रशांत चैबे द्वारा पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीना चाहिए। फसल अवशेष एवं कचरे में आग नही लगाना चाहिए। साथ उन्होने पुलिस पंचायत के वारिष्ठ नागरिकों के कार्ड के बारें में जानकारी प्रदान कि।

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