आतंक पर भारत को मिला यूएन का साथ, हाफिज सईद से प्रतिबंध हटाने से किया इंकार
नई दिल्ली,07 मार्च (इ खबरटुडे)। आतंक के खिलाफ लड़ाई के मोर्चे पर भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ में सफलता मिली है। संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ प्रतिबंध हटाने से इंकार कर दिया है और कहा है कि आतंकी सईद के खिलाफ प्रतिबंध जारी रखने के लिए उसके पास उचित और विश्वसनीय सबूत है।
बता दें कि पाकिस्तान के आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद ने साल 2008 में मुंबई के ताज होटल, ओबेरॉय होटल और नरीमन प्वाइंट्स में आतंकी हमला किया था। जिसमें करीब 175 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे। इसके बाद से ही भारत ने सईद को यूनाईटेड नेशन में बैन करने का मुद्दा उठाया था।
सरकार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूनाईटेड नेशन ने जमात -उद- दावा प्रमुख हाफिज सईद की अपील को खारिज कर दिया है। हाफिज सईद 2008 में मुंबई आंतकी हमले का प्रमुख आरोपी है। जिसके बाद से उसे यूएन में बैन किया गया है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा फिदायीन हमले के बाद यूनाईटेड नेशन ने 1267 सेक्शन कमेटी के तहत पाक के एक और आंतकी संगठन जैश – ए- मोहम्मद को बैन करने का आवेदन स्वीकार किया है। जिसने कि पुलवामा फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली थी।
मालूम हो कि हाफिज सईद हमेशा ही भारत के खिलाफ आंतकी साजिश को अंजाम देता है। सईद के आंतकी संगठनों जमात -उद- दावा और लश्कर-ए-तैयबा को यूनाईटेड नेशन ने 2008 में बैन कर दिया था। जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद ने भारत के खिलाफ दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हुए आंतकी हमले का मास्टरमाइंड था।
वहीं 2006 में मुंबई की लोकल ट्रेन में हुए सिलसिलेवार धमाकों का आरोपी भी वही था। जिसके बाद हाफिज सईद ने एक बार फिर साल 2008 में मुंबई को एक बार फिर निशाना बनाते हुए ताज होटल में हमला किया था। इसलिए भारत के लिए हाफिज सईद मोस्ट वाटेंड आंतकी की लिस्ट में शुरू से ही बना हुआ है।